UP Crime News: लखनऊ में कार सवार लुटेरा गैंग को पुलिस ने दबोचा, महिलाओं-लड़कियों को बनाते थे टारगेट

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में सवारियों को बंधक बनाकर लूट करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। मलिहाबाद पुलिस ने नॉर्थ जोन सर्विलांस टीम की मदद से शुक्रवार रात तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह में एक महिला भी शामिल थी, ताकि सवारियों को शक न हो। पुलिस ने इनके पास से 5260 रुपये कैश, एक देशी तमंचा, तीन कारतूस, बांका और कार बरामद की है।


महिला को झांसा देकर बैठाया कार में

1 अगस्त को गैंग ने गोमतीनगर की रहने वाली गीता कनौजिया को कार में बैठाया। उन्होंने कहा कि वे उन्हें संडीला छोड़ देंगे। कार में महिला रामरानी को देख गीता को शक नहीं हुआ और वह बैठ गईं। लेकिन कुछ दूरी पर ही रामरानी और सतीश ने उन्हें पकड़ लिया। मुंह दबाकर जान से मारने की धमकी दी और मंगलसूत्र, कान के सेट, दो सोने की चेन और 12 हजार रुपये कैश लूट लिए। इसके बाद बदमाशों ने गीता को मलिहाबाद चौराहे के पास कार से धक्का देकर नीचे गिरा दिया और फरार हो गए।


किराए की कार से करते थे वारदात

इंस्पेक्टर मलिहाबाद सुरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि बरामद कार दुबग्गा निवासी वीरपाल की है। गिरोह का सरगना प्रेम कुमार वर्मा (55) ने इसे 1200 रुपये रोज के किराए पर लिया था। वह नंबर प्लेट पर मिट्टी लगाकर पुलिस को चकमा देता था।


पुराने केसों में भी शामिल प्रेम

गिरोह का सरगना प्रेम के खिलाफ हत्या की कोशिश, लूट और अवैध असलहा रखने जैसे चार मामले पहले से दर्ज हैं। पूछताछ में उसने सीतापुर, हरदोई और शाहजहांपुर में भी लूट की वारदातें कबूल कीं। पुलिस अब उसके फोन और अन्य कार मालिकों के जरिए बाकी मामलों की जांच कर रही है।


पुलिस ने ऐसे पकड़ा

एसीपी मलिहाबाद सुजीत दूबे के मुताबिक, गीता से मिली जानकारी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने करीब 100 कैमरे खंगाले। बारिश में नंबर प्लेट पर लगी मिट्टी धुल जाने से सही नंबर मिला और पुलिस कार मालिक तक पहुंच गई। वहां से प्रेम का पता चला और उसे उसके साथियों सतीश गुप्ता और रामरानी समेत गिरफ्तार कर लिया गया।