Barat Band: भारत बंद का यूपी में क्या होगा असर? घर से निकलने से पहले सबकुछ जान लीजिए

लखनऊ: देशभर में आज 9 जुलाई को ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। बंद का मुख्य कारण सरकार द्वारा श्रम सम्मेलन का आयोजन न करना बताया जा रहा है। साथ ही महंगाई, कम मजदूरी, बेरोजगारी और सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ विरोध जताया जा रहा है।


यूपी में स्कूल-कॉलेज खुले, लेकिन परेशानियां संभव

उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत बंद के चलते स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया है। ज्यादातर शिक्षण संस्थान सामान्य रूप से खुले हैं। हालांकि कुछ इलाकों में सड़कों पर जाम या सार्वजनिक परिवहन की कमी के कारण छात्रों और शिक्षकों को आवाजाही में परेशानी हो सकती है।


बैंकिंग और डाक सेवाओं पर असर तय

बंद का सबसे बड़ा असर बैंकिंग और डाक सेवाओं पर पड़ सकता है। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA) समेत कई बैंक यूनियनों ने इस हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। इससे बैंकिंग कार्यों जैसे नकद निकासी, चेक क्लीयरेंस और अन्य सेवाओं में बाधा आ सकती है। हालांकि, एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग और UPI जैसी डिजिटल सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी।


बीमा, निर्माण, परिवहन और खनन क्षेत्र भी प्रभावित

बीमा कंपनियों, डाक विभाग, खनन, बिजली और परिवहन विभागों के कर्मचारी भी बंद में शामिल हो सकते हैं। इसका असर इन क्षेत्रों की सेवाओं पर पड़ना तय है। बिजली विभाग के कुछ कर्मियों के हड़ताल में शामिल होने की संभावना है, जिससे कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।


रेलवे सेवाओं पर अनिश्चितता, देरी संभव

रेलवे की ओर से अभी तक किसी आधिकारिक हड़ताल की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन प्रदर्शनकारियों के सड़क या रेल मार्ग पर बैठने की स्थिति में ट्रेनों की आवाजाही में देरी या अस्थायी रुकावट आ सकती है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने रेल यात्रा से पहले स्थिति की जानकारी जरूर लें।


25 करोड़ से अधिक कर्मचारी हड़ताल में शामिल

बंद को लेकर ट्रेड यूनियनों का दावा है कि इस हड़ताल में करीब 25 करोड़ कर्मचारी शामिल होंगे। वे सरकार की उन नीतियों का विरोध कर रहे हैं जिन्हें वे श्रमिकों और किसानों के खिलाफ मानते हैं।