20 नवंबर को एक लाख 40 हजार से अधिक सक्षमता पास शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में खुद कई शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। ये सभी शिक्षक अब विशिष्ट अध्यापक कहलाएंगे और उन्हें बेहतर वेतन और सुविधाएं मिलेंगी।लेकिन, एक समस्या भी है: कई जिलों में शिक्षकों के दस्तावेजों में अभी भी त्रुटियां हैं, जिससे उनकी नियुक्ति में देरी हो सकती है। शिक्षा विभाग ने इन जिलों के अधिकारियों को फटकार लगाई है और उन्हें जल्द से जल्द त्रुटियां सुधारने का निर्देश दिया है।
विशेष अध्यापक बनेंगे नियुक्त शिक्षक
नियुक्ति के बाद ये सभी शिक्षक 'विशेष अध्यापक' के रूप में कार्य करेंगे। उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नियुक्त शिक्षकों के समान वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
जिलों में भी होगा नियुक्ति पत्र वितरण
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के अलावा, सभी जिलों में प्रखंड स्तर पर भी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
डेटा त्रुटियों के कारण हुई देरी
हालांकि, शिक्षकों के डेटा में कई त्रुटियां मिलने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया में कुछ देरी हुई थी। कई शिक्षकों के नाम, आधार संख्या और अन्य विवरणों में गलतियां थीं, जिनके सुधार में समय लगा। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई है।
22 जिलों में सबसे ज्यादा त्रुटियां
विभाग के अनुसार, 22 जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों के डेटा में त्रुटियां थीं। इन जिलों में मुंगेर, सीतामढ़ी, भोजपुर आदि शामिल हैं।
दिया गया था अवसर
त्रुटियों को सुधारने के लिए शिक्षकों को एक अवसर दिया गया था। उन्हें अपने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर त्रुटियों को ठीक करवाना था।
त्रुटियां दूर की जाएंगी
शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी त्रुटियों को नियुक्ति से पहले दूर कर लिया जाए। सभी शिक्षकों का डेटा अब सही है और उन्हें नियुक्ति पत्र दिए जा सकेंगे।पटना विश्वविद्यालय के पटना ट्रेनिंग कॉलेज में बुधवार को शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, अमेरिका के स्कूल ऑफ एजुकेशन की प्राध्यापक डॉ. रूपम शरण ने शिक्षकों को लगातार अपने ज्ञान और कौशल को अपडेट करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समय के साथ बदलती दुनिया के अनुसार खुद को ढालना चाहिए और विशेष रूप से कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी आज के समय में आवश्यक हो गई है।डॉ. शरण ने विभिन्न देशों में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम बदलावों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने शिक्षकों को इन बदलावों के बारे में जागरूक कर उन्हें अपने शिक्षण पद्धतियों में सुधार लाने के लिए प्रेरित किया।कार्यशाला का उद्घाटन प्राचार्य मो. वासे जफर ने किया। कार्यक्रम का संचालन विनय कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. ललित कुमार ने किया। इस अवसर पर मो. अरशद हुसैन, डॉ. दीप नारायण, डॉ. प्रभुनाथ सिंह, राकेश कुमार, डॉ. राजलक्ष्मी, कुंदन कुमार, डॉ. ममता कुमारी, डॉ. रानी, डॉ. अजय गुप्ता, डॉ. विभा, अंकित विशाल आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।