Bihar News: बिहार में अब कभी नहीं कटेगी बिजली ! पावर कट बन जाएगा इतिहास, जानिए क्या है नीतीश सरकार का प्लान...

Bihar News: बिहार में एक ऐसे परियोजना की शुरुआत हो रही है जिससे पावर कट इतिहास बन जाएगा। यह परियोजना बिहार के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। इससे राज्य में बिजली की समस्या का स्थायी समाधान मिल जाएगा और राज्य का विकास होगा।

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NTPC super thermal power plant- फोटो : प्रतिकात्मक

Bihar News: बिहार में बिजली की समस्या का समाधान जल्द ही मिलने वाला है। इसके बाद प्रदेश में बिजली कटने की समस्या इतिहास बन जाएगी। गांव हो या शहर हर क्षेत्र में 24 घंटे बिजली की सुविधा मिलेगी। नीतीश सरकार ने इसका इंतजाम कर लिया है। सरकार के मास्टर प्लान से अब बिहार में कभी बिजली नहीं कटेगी। माना जा रहा है कि 2028 तक इस परियोजना की पहली इकाई तैयार हो जाएगी। 

800 मेगावाट की तीन नई बिजली इकाइ

दरअसल, औरंगाबाद जिले के नबीनगर में एलएंडटी कंपनी 800 मेगावाट की तीन नई बिजली इकाइयां स्थापित कर रही है। इस परियोजना से बिहार में बिजली उत्पादन में 2400 मेगावाट की वृद्धि होगी। इसका निर्माण स्टेज टू के तहत किया जा रहा है। कंपनी मार्च 2025 से पहले ही इस पर काम शुरु कर देगी। प्रोजक्ट में लगभग 29.947.91 करोड़ रुपए की लागत आएगी। 

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परियोजना की विशेषताएं

यह परियोजना बिहार के औरंगाबाद में तैयार होगा। एलएंडटी कंपनी के ऊपर 800 मेगावाट की तीन नई बिजली इकाइयों के निर्माण की जिम्म्दारी है। इस में 29,947.91 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहली इकाई 2028 तक चालू हो जाने की संभावना जताई जा रही है। इस परियोजना से बिहार को 2400 मेगावाट बिजली मिलेगी। तीन नई इकाइयों की स्थापना से औरंगाबाद जिले में कुल बिजली उत्पादन 2,800 मेगावाट से बढ़कर 5,380 मेगावाट हो जाएगा।

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NTPC का नया पावर प्लांट

बिहार में एनटीपीसी का नया पावर प्लांट लगेगा। एनटीपीसी की बिहार में किसी भी परियोजना के लिए यह सबसे बड़ा इनवेस्टमेंट है। नबीनगर पावर स्टेशन के स्टेज वन की 660-660 मेगावाट की तीन चालू इकाइयों से 1980 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन हो रहा है। इसमें बिहार की हिस्सेदारी 82.5 फीसदी यानि 1634 मेगावाट की है। फिलहाल रेलवे को अलग से 1000 मेगावाट बिजली मिल रही है।


फायदे

इस परियोजना से बिहार में बिजली की उपलब्धता में काफी सुधार होगा। बिजली कटौती की समस्या कम होगी। बिजली की उपलब्धता से राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। जानकारी अनुसार नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का स्टेज टू पहले की परियोजनाओं के मुकाबले कम समय में तैयार होगा। इसकी वजह है कि परियोजना के पास 1,400 एकड़ सरप्लस जमीन पहले से उपलब्ध है। परियोजना में पहले से ही रेलवे ट्रैक, वाटर पाइपलाइन और कूलिंग पांड आदि कई तरह की आधारभूत संरचनाएं भी मौजूद है। इस परियोजना से बिहार में बिजली की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी।