Bihar News- भागलपुर में कोचिंग सेंटर से पार्ट टाइम जॉब का प्रलोभन देकर लड़कियों से साइबर क्राइम करवाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस पूरे गिरोह में सबसे ज्यादा बंगाल के लोग जुड़े हुए हैं। जो भागलपुर में कॉल सेंटर चलाकर अलग-अलग राज्यों में रहने वाले लोगों से ठगी करता था। शहर के बीचो-बीच इलाके में यह कॉल सेंटर चलाता था। कॉल सेंटर को हाई लेवल सिक्योरिटी में रखा जाता थाऔर कैमरे के अंदर में ठगी का गिरोह काम करता था।
इसमें भागलपुर की लड़कियों का काम होता था कि कस्टमर को डील करना। उसके बाद पैसे की लेनदेन वह अन्य चीज बंगाल के लड़कियों के हवाले कर दिया जाता था। जिसका भागलपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले को लेकर सिटी एसपी और साइबर डीएसपी ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता आयोजित कर मामले की खुलासा और गिरफ्तारी की जानकारी दी।।।
मामले में जानकारी देते हुए एसपी डॉ के.रामदास ने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल की निगरानी के क्रम में एक संदिग्ध नंबर प्राप्त हुआ। जिसका लोकेशन भागलपुर पाया गया नंबर का विश्लेषण करने पर ज्ञात हुआ कि इसके विरुद्ध कुल चार शिकायत दर्ज की गई है। जो 2 लाख 69 हजार 604 रुपए साइबर फ्राड से संबंधित हैं।
उसके बाद एसएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। गठित टीम के द्वारा बरारी थाना क्षेत्र के मनाली चौक के समीप पुष्पलता झा के मकान के दूसरे तल्ले पर स्थित फर्जी सेल्स एडवर्टाइजमेंट केंद्र सहित संदिग्ध जगहों पर छापेमारी किया गया। जहां से अवैध एटीएम कार्ड, पासबुक चेक बुक, लैपटॉप, मोबाइल सिम कार्ड व बाइक एवं अन्य कई सामानों के साथ 9 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड राहुल उर्फ जिशान अली के निशानदेही पर झारखंड के जामताड़ा से आदित्य कुमार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने कॉल सेंटर से 21 पीस कीपैड मोबाइल, 17 पीस एंड्राइड मोबाइल, 44 सिम कार्ड, 34 एटीएम कार्ड, 14 चेकबुक, 3 पासबुक एक बुलेट एक पलसर एवं एक स्कूटी और 73000 हजार नगद, और सोने का अंगूठी चार पीस, सोने का ब्रेसलेट एक पीस, एक सोने का चैन लॉकेट लगा हुआ एवं एक लैपटॉप और धोखाधड़ी से संबंधित लेख का 10 रजिस्टर पुलिस ने बरामद किया हैं।
इस मामले में पुलिस ने आरोपित पश्चिम बंगाल के रहने वाले समसुल अली के पुत्र राहुल उर्फ जीशान अली एवं तातारपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मद मोइन के पुत्र मोहम्मद छोटू एवं बंगाल के रहने वाले मुख्तार अली के पुत्र मोहम्मद महताब अली और जमुई के रहने वाले राकेश कुमार सिंह के पुत्र आदित्य कुमार, पश्चिम बंगाल के रहने वाला रामदास वाल्मीकि के पुत्री निधि वाल्मीकि, सतनाम सिंह के पुत्री प्रियंका कौर, और कृतिका विश्वकर्मा व लक्ष्मी ठाकुर को गिरफ्तार किया गया है।
मास्टरमाइंड की गर्लफ्रेंड पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देकर कोचिंग से लाती थी लड़कियां ----
भागलपुर के कॉल सेंटर में डेढ़ दर्जन से अधिक लड़का और लड़कियों काम करती है। भागलपुर के कुल 12 लड़की को एक कोचिंग सेंटर से जॉब का प्रलोभन देकर ऑफिस बुलाया जाता था। वहां इंटरव्यू के बाद उसे ट्रेनिंग दी जाती थी। इसके बाद आदित्य के द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर के जरिए कस्टमर को फोन करवाया जाता था। फोन के दौरान साइबर ठगी के गिरोह की लड़कियां लोगों को बताती थी कि इ कार्ट से आपने जो प्रोडक्ट खरीदा है उसमें आपको गिफ्ट मिला है। उसी का रजिस्ट्रेशन करना है
जिसके बाद जो कस्टमर हां भर देते थे तो उसे 5 हजार का रजिस्ट्रेशन करने के बाद बंगाल की लड़कियों के द्वारा फिर उसे डील किया जाता था। और उसके बाद धोखाधड़ी हो जाती थी।
50 लाख महीने का इनकम ---
इस कॉल सेंटर के द्वारा हर महीने 50 लाख रुपए का साइबर ठगी किया जाता हैं। इसमें गिरोह के सदस्य की सैलरी अलग-अलग होती थी। भागलपुर की लड़कियों को 6 से 7 हजार रुपए तक दिए जाते थे। जबकि बंगाल व अन्य शहरों की लड़की और लड़कों के लिए सैलरी अलग था। कॉल सेंटर से जप्त रजिस्टर्ड से यह खुलासा हुआ की 50 लाख रुपए प्रत्येक महीना ठगी की जाती थी।
बताया जा रहा है कि गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है।जिसके मदद से यह लोग आसानी से ठगी कर लेते थे। अब पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
भागलपुर से बालमुकुंद की रिपोर्ट