Bhagalpur News - बिहार के भागलपुर से बड़ी खबर आ रही है। जहां राज्यपाल के मौजूदगी में प्रोफेसरों ने कहा कि तिलकामाँझी भागलपुर विश्वविद्यालय में रेट तय होने के बाद ही प्रोफेसरों को कुलपति द्वारा प्रोन्नति दी जाती है।
गुरुवार को बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति तिलकामाँझी भागलपुर विश्वविधालय में आयोजित एकेडमिक सीनेट की बैठक में भागलपुर पहुंचे। जहां तिलकामांझी विश्वविधालय एकेडमिक सीनेट की पहली बैठक की अध्यक्षता बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति डॉ राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया।
वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल एवं कुलपति ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। विश्वविद्यालय अन्तर्गत आयोजित एस एम काँलेज परीक्षा भवन के एकेडमिक सीनेट की बैठक में उपस्थित सिनेट सदस्यों ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों की प्रोन्नति के मुद्दे को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जवाहर लाल प्रसाद को राज्यपाल के मौजूदगी में किरकिरी उड़ा दिया।
विश्वविद्यालय में रेट तय होने के बाद ही प्रोफेसरों को कुलपति द्वारा दी जाती है प्रोन्नति
प्रोफेसर की प्रोन्नति को लेकर सिनेट सभा की बैठकों में सिनेट सदस्य मोहम्मद मुसप्फिक आलम ने पर्दे के अन्दर बड़ा खेल बताया। उन्होंने सीनेट बैठक की भरी सभा में यहां तक कह डाला कि विश्वविद्यालय में रेट तय होने के बाद ही प्रोफेसरों को कुलपति द्वारा प्रोन्नति दी जाती है। ये विश्वविद्यालय सहित गलियारों में भी चर्चा है।
जबकि राज्यपाल सह कुलाधिपति ने शैक्षणिक सुधार के साथ साथ विश्वविद्यालय के विकेन्द्रीयकरण विश्वविद्यालय का विकास एवं स्व रोजगार के बारे में वृहत रूप से प्रकाश डाला। जबकि एकेडमिक सीनेट बैठक में विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और शिक्षकों की प्रोन्नति का मुद्दा छाया रहा।
भागलपुर से बालमुकुंद की रिपोर्ट