BHAGALPUR : प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद प्रदीप सिंह, उप विकास आयुक्त (Deputy Development Commissioner) ने कठोर कार्रवाई की है। दो आवास सहायकों वीणा रंजन एवं अविनाश कुमार का अनुबंध जिला ग्रामीण विकास अभिकरण से तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।
शिकायत के अनुसार, इन आवास सहायकों ने योजना के प्रखंड जगदीशपुर अन्तर्गत ग्राम पंचायत सन्हौली के लाभार्थियों को निर्धारित प्रक्रिया और मानकों के खिलाफ आवास भुगतान किया, जबकि लाभार्थियों ने घर का निर्माण नहीं कराया था। यह सीधे तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना की नियमों और उद्देश्यों का उल्लंघन था। आवेदकों के खिलाफ शिकायत प्राप्त होने के बाद, एक गहन जांच की गई और यह पुष्टि हुई कि इन सहायकों ने अवैध तरीके से लाभार्थियों को धन राशि वितरित की। इसके बाद, संबंधित ग्रामीण आवास सहायक को अधिकारियों ने कठोर कदम उठाए और इन दोनों सहायकों का अनुबंध समाप्त कर दिया।
उप विकास आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार की भ्रष्टाचार गतिविधियों को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएं और योजना के तहत पारदर्शिता बनाए रखें। इस घटना के बाद, जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट