Tirupati Mandir:तिरुपति मंदिर में गैर-हिंदुओं की नो एंट्री! TTD ने 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड, धर्म पालन बना विवाद की वजह

श्री वेंकटेश्वर मंदिर की सेवा में तैनात चार कर्मचारियों को केवल इस आधार पर निलंबित कर दिया गया कि वे हिंदू नहीं हैं और अन्य धर्मों का पालन करते हैं।

Tirupati Mandir
TTD ने 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड- फोटो : social Media

Tirupati Mandir: आस्था के सबसे पवित्र गढ़ों में गिने जाने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने एक बार फिर सख्त धार्मिक रेखाएं खींच दी हैं। श्री वेंकटेश्वर मंदिर की सेवा में तैनात चार कर्मचारियों को केवल इस आधार पर निलंबित कर दिया गया कि वे हिंदू नहीं हैं और अन्य धर्मों का पालन करते हैं।

टीटीडी के सतर्कता विभाग की जांच रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर शनिवार को यह कार्रवाई की गई। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने न केवल संस्था की आचार संहिता का उल्लंघन किया बल्कि एक हिंदू धार्मिक संगठन में कार्यरत होकर मंदिर प्रशासन की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई।TTD का साफ कहना है  कि  "धर्म के नियमों से समझौता नहीं होगा।"

वर्ष 2007 में बदले गए सेवा नियमों के अनुसार, अब सिर्फ हिंदू धर्म को मानने वाले ही TTD में नियुक्त किए जा सकते हैं। नियुक्त कर्मचारियों को मंदिर की परंपराओं का सम्मान करना अनिवार्य है।इसके तहत यह भी तय हुआ कि गैर-हिंदू कर्मचारी, जो पहले से नियुक्त हैं, उन्हें या तो राज्य सरकार के किसी अन्य विभाग में ट्रांसफर कर दिया जाएगा या फिर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) का विकल्प दिया जाएगा।

आंध्र प्रदेश सरकार भी इस दिशा में पहले से स्पष्ट है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने पहले ही संकेत दे दिया था कि TTD जैसे पवित्र संस्थानों में धार्मिक मान्यताओं से समझौता नहीं होगा।सवाल उठते हैं कि यह कार्रवाई जहां एक ओर धार्मिक आस्था की रक्षा के नाम पर "सांस्कृतिक संरक्षण" के रूप में देखी जा रही है, वहीं दूसरी ओर यह बहस भी छेड़ रही है कि क्या सरकारी सेवा में धर्म का दखल उचित है?

TTD का रुख साफ है कि “यह केवल मंदिर नहीं, एक परंपरा है और परंपरा में अनुशासन अनिवार्य है।”