Pahalgam Terror Attack: थैंक यू पाकिस्तान,थैंक यू लश्कर ए तैयबा,पहलगाम आतंकी हमले के लिए इस मुस्लिम नेता ने अपने आका का ठोका पीठ
Pahalgam Terror Attack: एक कथित इस्लामिक वकील आदमी कास्मी ने पाकिस्तान और लश्कर ए तैयबा को पहलगाम अटैक के लिए धन्यवाद कहा है।

Pahalgam Terror Attack:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई, ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली है। इस बीच, झारखंड के एक व्यक्ति, जिसका नाम उर्दू में من قاسمی (आदमी कास्मी) बताया गया है, ने अपने एक्स हैंडल @MNQUASAMIMD से एक विवादास्पद पोस्ट किया, जिसमें उसने हमले के लिए पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा को धन्यवाद दिया और आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल, और मीडिया को निशाना बनाने की बात कही। इस पोस्ट ने व्यापक विवाद और नाराजगी को जन्म दिया है।एक्स पर @MNQUASAMIMD हैंडल से की गई पोस्ट में लिखा गया:
"Thank you Pakistan, thank you Lashkar-e-Taiba, may Allah bless you always, Amen, Amen. We will be more happy if RSS, BJP, Bajrang Dal, and the media are targeted."
(शुक्रिया पाकिस्तान, शुक्रिया लश्कर-ए-तैयबा, अल्लाह आपको हमेशा खुश रखे, आमीन, आमीन। अगर आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए तो हमें ज्यादा खुशी होगी।)
और ऊर्दू में लिखा है कि شکریہ پاکستان شکریہ لشکر طیبہ اللہ آپ کو سدا سلامت رکھے آمین ثم آمین آر ایس ایس بی جے پی بجرنگ دل گودی میڈیا کو اپنا خاص نشانہ بنائیں تو ہمیں زیادہ خوشی ہوگی
(जिसका अर्थ हुआ 'धन्यवाद पाकिस्तान थैंक यू लश्कर -ए -टीबुल्लाह, आमीन, अमीन सैम अमीन आरएसएस भाजपा बजरंग दिल डॉक मीडिया, हम अधिक खुश होंगे अगर'
इस पोस्ट में व्यक्ति ने खुद को झारखंड का निवासी और इस्लामिक वकील बताया है, हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। पोस्ट के वायरल होने के बाद कई एक्स उपयोगकर्ताओं ने इसकी निंदा की और झारखंड पुलिस (@JharkhandPolice) को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग की।
सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। कई यूजर्स ने इसे देशद्रोह और आतंकवाद का समर्थन करने वाला बयान करार दिया। लोगों ने झारखंड पुलिस और साइबर क्राइम सेल से इस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
यूजर्स ने पोस्ट को स्क्रीनशॉट्स के साथ शेयर करते हुए पुलिस को तत्काल गिरफ्तारी और जांच की मांग की। कुछ ने इसे "खुले तौर पर आतंकवाद का समर्थन" करार दिया।
@MNQUASAMIMD अकाउंट पर अन्य पोस्ट्स में भी मोदी सरकार और बीजेपी की आलोचना देखी गई है, जिससे यह अकाउंट और भी विवादों में आ गया है।
बता दें इस तरह का बयान भारतीय दंड संहिता की धारा 153A धर्म, जाति आदि के आधार पर शत्रुता को बढ़ावा देना, धारा 505 सार्वजनिक शरारत पैदा करने वाले बयान, और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत अपराध माना जा सकता है। यदि पुलिस इसकी जांच करती है, तो व्यक्ति के खिलाफ आतंकवाद समर्थन और देशद्रोह से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज हो सकता है।
झारखंड पुलिस की ओर से इस पोस्ट पर कोई आधिकारिक बयान या कार्रवाई की जानकारी नहीं आई है। हालांकि, सोशल मीडिया पर पुलिस को टैग किए गए पोस्ट्स से दबाव बढ़ रहा है।
इस तरह के संवेदनशील मामलों में साइबर सेल और खुफिया एजेंसियां अक्सर ऐसे अकाउंट्स की जांच करती हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि पोस्ट वास्तविक व्यक्ति ने की है या यह किसी फर्जी/ट्रोल अकाउंट का काम है।
बता दें 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें एक नेवी लेफ्टिनेंट (विनय नरवाल), एक आईबी अधिकारी (मनीष रंजन), दो विदेशी पर्यटक, और दो स्थानीय लोग शामिल हैं। कम से कम 20 लोग घायल हुए।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली। अधिकारियों का मानना है कि आतंकी जम्मू के किश्तवाड़ से कोकेरनाग के रास्ते बैसरन पहुंचे।
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने के बाद दिल्ली में अधिकारियों के साथ बैठक की। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। विपक्षी नेताओं (सोनिया गांधी, राहुल गांधी) और क्षेत्रीय दलों (महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला) ने हमले की निंदा की और ठोस कार्रवाई की मांग की।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की निंदा की और भारत के प्रति समर्थन जताया।
आदमी कास्मी का पोस्ट न केवल सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता को भी कमजोर कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट वायरल होने से लोगों में गुस्सा और अविश्वास बढ़ा है।
आदमी कास्मी की पोस्ट न केवल नैतिक रूप से आपत्तिजनक है, बल्कि यह कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण से भी गंभीर है। यह पोस्ट आतंकवाद को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने का प्रयास प्रतीत होती है।पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, लेकिन आदमी कास्मी जैसे व्यक्तियों की पोस्ट्स सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। अब इस पर झारखंड पुलिस क्या कार्रवाई करती है देखना बाकी है।