Murder in Love Triangle:प्रेम की आड़ में कत्ल की साजिश, खून से सना इश्क का खौफनाक अंजाम
फरमान मियां को अपनी खाला की बेटी से निकाह करना था, मगर जब देखा कि दिल किसी और के नाम हो चुका है, तो आशिक से जल्लाद बन बैठे।...

Murder in Love Triangle: इश्क अगर जुर्म है, तो ...बिलाल उर्फ भइये का कसूर सिर्फ इतना था कि वो मोहब्बत कर बैठा—पर साहब, यहां इश्क करने वालों के लिए कोई जगह नहीं, बस कब्र है। फरमान मियां को अपनी खाला की बेटी से निकाह करना था, मगर जब देखा कि दिल किसी और के नाम हो चुका है, तो आशिक से जल्लाद बन बैठे। दोस्त आमिर को भी साथ लिया और फिर इश्क की अदालत में बेरहमी से सज़ा सुना दी—गला रेत दिया, हाथों पर वार किए, और सिर पत्थर से कुचल दिया। क्या यही है हमारा समाज, जहां दिल से खेलने वालों को सिर कलम करने का हक़ मिल जाता है? अफ़सोस! यहां मोहब्बत ज़हर है और जलन में डूबे लोग खुदा बनकर इंसाफ करने लगते हैं।
आगरा के ताजगंज क्षेत्र में जोनल पार्क के पास शुक्रवार रात जो कुछ हुआ, उसने न सिर्फ पुलिस महकमे को हिला दिया, बल्कि इश्क और जुनून की घातक तस्वीर भी पेश की। 23 वर्षीय ऑटो चालक बिलाल उर्फ भइये की प्रेम त्रिकोण के चलते बेरहमी से हत्या कर दी गई। गला रेता गया, हाथों पर धारदार हथियार से वार किए गए और सिर को पत्थर से कुचल दिया गया – मानो महज़ इश्क करना सजा-ए-मौत बन गया हो।
मामले का खुलासा चौंकाने वाला है। फरमान नामक युवक, जो अपनी खाला की बेटी से निकाह करना चाहता था, उसे जब यह पता चला कि वह बिलाल से प्रेम करती है, तो उसकी नफरत ने जुनून का रूप ले लिया। फरमान ने अपने दोस्त आमिर के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची और अमल में भी लाया।
जोनल पार्क के पास खून से सना ऑटो और पास की झाड़ियों में बिलाल की लाश मिलने से पुलिस के सामने एक ब्लाइंड मर्डर की चुनौती थी। लेकिन ताजगंज पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से कुछ ही घंटों में मामला खोल दिया। होटल डबल ट्री के पास एक युवक का चेहरा कैमरे में कैद हुआ — पहचान हुई आमिर (शहीद नगर निवासी) के रूप में।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि एक आरोपी आमिर गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता फरमान की तलाश जारी है। एसीपी ताजगंज सैयद अरीब अहमद की टीम उसे पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है।
जांच में यह भी सामने आया कि फरमान ने आमिर के साथ बिलाल की दिनचर्या की रेकी की थी। वे जान चुके थे कि वह अक्सर सीएनजी पंप के पास शराब पीने जाता है। उसी बहाने उसे पार्टी के नाम पर बुलाया गया और दोस्ती की आड़ में मौत का जाल बिछाया गया।प्रेम के नाम पर खून की ये कहानी बता रही है — जब प्यार में इज्जत नहीं, बस अधिकार की भूख हो, तो अंत हमेशा लहूलुहान होता है।