परिवहन विभाग में अजब खेला, लाखों की अवैध वसूली में आरोपित DTO और MVI पर बड़ी मेहरबानी ! सिपाही का सनसनीखेज दावा, DM से लगाई गुहार

सिपाही रोहित यादव ने कहा कि जिस दौरान जांच चल रही थी, वह सीआरपीएफ कैंप में बुनियादी प्रशिक्षण ले रहे थे और उनसे किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की गई। पूरे मामले में DTO और MVI पर बड़ी मेहरबानी का आरोप है.

Bhojpur Transport Department
Bhojpur Transport Department- फोटो : news4nation

Bihar News : भोजपुर जिले में खनन कानून का भय दिखाकर ट्रक मालिक से ₹1.24 लाख की अवैध वसूली के मामले में जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO), मोटरयान निरीक्षक (MVI) और अन्य कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में कार्रवाई की आंच जिस एक सिपाही पर पड़ी है उसने भी पूरे मामले में जांच दल को कठघरे में खड़ा किया। भोजपुर परिवहन विभाग के चलंत दस्ता सिपाही रोहित यादव ने आरोप लगाया है कि जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच समिति ने बिना उनसे पूछताछ किए ही एकपक्षीय रिपोर्ट तैयार कर दी, जिसमें डीटीओ और एमवीआई को बचाने की कोशिश की गई, जबकि सारा दोष उनके सिर मढ़ दिया गया।


क्या है मामला?

यह मामला तब सामने आया जब भोजपुर जिला ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने कोईलवर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। मामला संख्या 116/25 दिनांक 30 अप्रैल 2025 को दर्ज किया गया, जिसमें बीएनएस की धारा 308(2)(3), 316(5) समेत अन्य धाराएं लगाई गईं। ट्रक संख्या BR05GD7161 के मालिक अमित कुमार ने आरोप लगाया कि खनन कानून का हवाला देकर उनसे ₹1 लाख UPI के माध्यम से और ₹24,000 नकद की वसूली की गई। यह राशि हकीकत कुमार और सीमा कुमारी के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। ट्रक मालिक ने इसके प्रमाणस्वरूप स्कैनर व अन्य डिजिटल साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं।


जांच प्रक्रिया पर उठे सवाल

जिलाधिकारी के आदेश पर गठित जांच समिति में अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। इस जांच में आठ लोगों को नोटिस भेजा गया, जिनमें तत्कालीन डीटीओ रवि रंजन, वर्तमान एमवीआई धनोज कुमार, सिपाही रोहित यादव, ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन अध्यक्ष अजय कुमार, ट्रक मालिक और उनके रिश्तेदार, साथ ही दलाल बताए जा रहे हकीकत कुमार व सीमा कुमारी शामिल थे।


सिपाही का सनसनीखेज दावा 

सिपाही रोहित यादव ने कहा कि जिस दौरान जांच चल रही थी, वह सीआरपीएफ कैंप में बुनियादी प्रशिक्षण ले रहे थे और उनसे किसी प्रकार की पूछताछ नहीं की गई। उनका आरोप है कि जांच रिपोर्ट पक्षपातपूर्ण है और यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने नई जांच समिति गठित कर उनके समक्ष जांच कराने की मांग की है। वहीं, ट्रक ऑनर एसोसिएशन अध्यक्ष अजय कुमार ने भी साफ तौर पर कहा है कि इस पूरे मामले में जिला परिवहन पदाधिकारी और मोटरयान निरीक्षक की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग दोहराई है