Pipa Pul Bridge:यूपी-बिहार की राह हो जाएगी कठिन, महुली गंगा घाट का पीपा पुल इस दिन से हो जाएगा बंद, बढ़ेगी लाखों लोगों की मुश्किलें
Pipa Pul Bridge: उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड स्थित महुली गंगा घाट का पीपा पुल 25 जून से अगले पांच-छह महीनों के लिए बंद कर दिया जाएगा.

Pipa Pul Bridge: उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाला भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड स्थित महुली गंगा घाट का पीपा पुल 25 जून से अगले पांच-छह महीनों के लिए बंद कर दिया जाएगा. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है. बीते कुछ दिनों में जलस्तर में करीब एक फीट तक का इजाफा दर्ज किया गया है.
जीवनरेखा का टूटना
इस पीपा पुल के बंद होने से बिहार के भोजपुर और छपरा जिले का उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से सीधा संपर्क टूट जाएगा. यह पुल हजारों लोगों के लिए रोजाना की जीवनरेखा का काम करता था, लेकिन अब उन्हें लंबी और थकाऊ दूरी तय करनी पड़ेगी. पुल बंद होने के बाद बलिया से आरा या बड़हरा पहुंचने के लिए लोगों को या तो बक्सर या फिर छपरा होकर करीब 100 से 150 किलोमीटर की अतिरिक्त यात्रा करनी होगी.
यह सिर्फ समय की बर्बादी नहीं है, बल्कि इससे लोगों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा. खासकर खवासपुर पंचायत के 18 गांवों के लोगों को अपने ही प्रखंड और जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए अब 75 से 100 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा. स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों, बाजार पहुंचने वाले व्यापारियों और आपातकाल में अस्पताल जाने वाले ग्रामीणों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.
हर साल की कहानी
यह हर साल बरसात के मौसम की कहानी है. गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यह पीपा पुल हर साल खोलना पड़ता है, और हर साल यूपी-बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के लाखों लोगों की जिंदगी कुछ महीनों के लिए थम-सी जाती है. यह अस्थायी व्यवस्था, जो लाखों लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित करती है, एक बड़े स्थायी समाधान की मांग करती है.
स्थानीय लोगों ने सरकार से बार-बार गुहार लगाई है कि इस संवेदनशील क्षेत्र में एक स्थायी पुल का निर्माण कराया जाए, ताकि हर साल आने वाली यह परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो सके. जब तक एक ठोस और स्थायी समाधान नहीं निकलता, तब तक इन सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों की कठिनाइयाँ यूं ही जारी रहेंगी, और वे हर साल पीपा पुल के बंद होने का दर्द झेलते रहेंगे.