Bihar News : औरंगाबाद में करोड़ों की लागत से बने मॉडल अस्पताल में डॉक्टर नदारद, लोगों ने कहा-यह विकास नहीं, दिखावा है.....

AURANGABAD : आज बहुमंजिला इमारत कबाड़ रखने का काम आ रहा है। हालांकि प्रगति यात्रा के दौरान इस मॉडल हॉस्पिटल का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया था। उस वक़्त की व्यवस्था चकाचौंध कर देने वाली थी। लेकिन आज उस बिल्डिंग में ताला झूल रहे है, और कबाड़ का गोदाम बना हुआ है। जिसको लेकर आज हमारे संवाददाता दिनानाथ मौआर ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पड़ताल किया। उस दौरान जो खुलकर सामने आया है वह चौका देनेवाला है। अगर यकीन नहो तो खुद ही सुन लीजिए क्या कहा है औरंगाबाद सूचना जनसम्पर्क पदाधिकार रत्ना प्रियदर्शनी ने। दरअसल वे किसी वाक्या को लेकर सदर हॉस्पिटल पहुँची हुई थी और वहाँ की लचर वयवस्था को देख कर भड़क उठी और बोली जब एक अधिकारी के लिये यह व्यवस्था है तो आम जनता के लिए कैसा होगा। यह देखने से पता चल रहा है। हालांकि उन्होंने जमकर फटकार भी लगाया है।
हालांकि बिहार सरकार के द्वारा औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल को मॉडल हॉस्पिटल की दर्जा प्राप्त है। जिसको लेकर करोड़ो रूपये की लागत से बड़ी बड़ी इमारते सरकार के द्वारा बनवाया गया। लेकिन इमारते मरीज का इलाज नही करते है। इसके लिए बड़े डॉक्टर भी चाहिए था जो नदारथ है। जिसके कारण आज गरीबो को मजबूर होकर बनारस पटना गया जाना पड़ता है और समय के अभाव तथा पैसे के अभाव में मरीज की मौत हो जाती है। इस बड़ी इमारत को देख कर एक उम्मीद जागा था की अब यहाँ कुछ बड़े डॉक्टर भी बैठेंगे। लेकिन हुआ कुछ नहीं।
जब हमारे संवाददाता ने कुछ स्थानीय लोगों से बात किया तो लोगो ने बताया की इसको विकास नहीं कहते हैं, यह तो केवल दिखावा है। जिस तरह से हाथी का दांत दिखाने का होता है। इस तरह से यहां पर बिल्डिंग तो जरूर बना दी गई है। लेकिन डॉक्टर यहां पर उस तरह का उपलब्ध नहीं है। अगर बिल्डिंग छोटा भी हो और डॉक्टर अच्छा हो तो गरीबो का भला हो सकता है। लेकिन बिल्डिंग बड़ी हो और डॉक्टर नदारत हो तो इसे तो चुनावी जुमला ही माना जा सकता है ,जो औरंगाबाद की जनता समझ रही है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट