Bihar Crime : औरंगाबाद में सीएसपी को बदमाशों ने बनाया निशाना, हथियार के बल पर लूटे 3.80 लाख रूपये, इलाके में मचा हड़कंप

AURANGABAD : बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज में पचार स्थित पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) में बुधवार को दिन दहाड़े लूट की वारदात हुई। चार अज्ञात अपराधियों ने बंदूक के बल पर CSP संचालक से ₹3 लाख 80 हजार रुपये नकद और एक लैपटॉप लूट लिए। घटना के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है।
CSP संचालक, ढोसिला खुर्द निवासी राजू रंजन ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह करीब 9:30 बजे जब वह अपने सेंटर पर पहुंचे, तो कुछ देर बाद दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार लोग रफीगंज की ओर से आए। अपराधियों ने आते ही बंदूक तान दी और उनके बैग में रखे नकद और लैपटॉप लूट लिए। लूट को अंजाम देने के बाद, अपराधी कासमा की ओर भाग निकले।
घटना की सूचना मिलते ही सर्किल इंस्पेक्टर और रफीगंज थाना अध्यक्ष शंभू कुमार अपने दल-बल के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल छानबीन शुरू की। जांच के दौरान, पुलिस को घटनास्थल से एक कारतूस भी बरामद हुआ है, जो अपराधियों के संबंध में अहम सुराग हो सकता है। पुलिस ने पीड़ित CSP संचालक का बयान दर्ज कर लिया है और अपराधियों की धर-पकड़ के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चरकावां पंचायत की पंचायत समिति सदस्य बसंती देवी ने बताया कि उन्होंने कुछ महिलाओं को भागते हुए देखा, जिन्होंने बताया कि बदमाशों ने बैंक वाले को बंदूक भिड़ाई हुई है। जब बसंती देवी वहां पहुंची और अपने मोबाइल से अपराधियों की तस्वीर लेने की कोशिश की, तब तक वे बाइक पर पिस्तौल लहराते हुए वहां से फरार हो चुके थे। इस प्रत्यक्षदर्शी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं था।
इस बड़ी वारदात के बाद, रफीगंज थाना अध्यक्ष शंभू कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कस्मा थाना क्षेत्र के रास्ते को भी सील कर दिया गया है, और सघन सर्च अभियान जारी है। थाना अध्यक्ष ने विश्वास जताया है कि पुलिस बल बहुत जल्द ही चारों अपराधियों को धर दबोचेगा और लूटी गई संपत्ति बरामद की जाएगी। अपराधियों की पहचान के लिए आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट