Bihar News : पुलिस को देखकर भाग रही शराब से लदी पिकअप ने मारी पलटी, तस्कर जंगल में हुए फरार, जांच में जुटी पुलिस

BANKA : जिले के बेलहर अनुमंडल अंतर्गत जयपुर थाना क्षेत्र के बलकथान के पास शनिवार की सुबह एक शराब से लदी पिकअप अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। पुलिस की गश्ती टीम को देखकर चालक ने वाहन की गति तेज कर दी थी, जिससे वह नियंत्रण खो बैठा। घटना के बाद चालक व तस्कर मौके से फरार हो गए। सूत्रों के अनुसार, झारखंड से अवैध रूप से लाई जा रही शराब की यह बड़ी खेप जयपुर-जमदाहा मुख्य सड़क से होकर बिहार के किसी गंतव्य की ओर जा रही थी। चिरैया मोड़ के समीप जयपुर थाना की पुलिस को देखकर चालक ने गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। तेज गति के कारण बलकथान के पास वाहन असंतुलित होकर गड्ढे में पलट गया। वाहन के पलटते ही उसमें लदी शराब की पेटियां सड़क किनारे बिखर गईं, जिससे अफरातफरी मच गई। मौका देखकर चालक और उसके साथ मौजूद तस्कर जंगल की ओर भाग निकले।
शराब बरामद
पुलिस द्वारा मौके पर जब्त की गई पिकअप (वाहन संख्या: BR-33GA-0959) की जांच के दौरान रॉयल स्टैग ब्रांड की करीब 40 से 50 पेटियां शराब बरामद की गईं। शराब को छिपाने के उद्देश्य से वाहन के ऊपर 8 से 10 बोरी यूरिया खाद भी लाद दी गई थी, जिससे यह मालवाहक ट्रक प्रतीत हो। घटना की सूचना मिलते ही जयपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार अपने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और वाहन समेत बची हुई शराब जब्त कर थाना ले आए। पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
बॉर्डर चेक पोस्ट की भूमिका सवालों के घेरे में
घटना के बाद एक बार फिर झारखंड-बिहार सीमा पर बने उत्पाद विभाग की चेक पोस्ट की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब सीमा पर चेक पोस्ट और उत्पाद विभाग की तैनाती है, तब इतनी बड़ी मात्रा में शराब आखिर कैसे राज्य में प्रवेश कर पा रही है? गौरतलब है कि ठीक एक दिन पूर्व ही बौंसी थाना क्षेत्र में 25 लाख रुपये की शराब एक हाइवा ट्रक से बरामद की गई थी। लगातार दूसरे दिन भारी मात्रा में शराब पकड़े जाने से यह स्पष्ट होता है कि सीमा पार से हो रही तस्करी एक संगठित नेटवर्क के तहत संचालित की जा रही है।
पुलिस की सक्रियता से बड़ी खेप पहुँची नहीं गंतव्य तक
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह तस्करी गिरोह झारखंड-बिहार सीमा का लाभ उठाकर शराब की आपूर्ति करता है। यदि समय पर जयपुर पुलिस सतर्क नहीं होती, तो यह बड़ी खेप राज्य के किसी अन्य हिस्से में खपाई जा सकती थी।
बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट