शिक्षक से लूटकांड का 12 घंटे में खुलासा, देसी कट्टा व लूटी बाइक के साथ तीन अपराधी गिरफ्तार
बांका में शिक्षक के साथ हुई लूटपाट की घटना का पुलिस ने महज 12 घंटे के किया खुलासा कांड में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटी गई बाइक, मोबाइल फोन, नकद रुपये के साथ एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस किया बरामद

N4N डेस्क: बिहार के बांका के शंभूगंज थाना क्षेत्र में शिक्षक के साथ हुई लूटपाट की घटना का पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटी गई बाइक, मोबाइल फोन, नकद रुपये के साथ एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।घटना 23 जून को हुई थी, जब शिक्षक राजेश कुमार सिंह सिलौठा से नरौंन विद्यालय जा रहे थे। इसी दौरान चकरतनी पुल के समीप तीन अज्ञात अपराधियों ने उन्हें हथियार के बल पर रोक लिया और उनकी मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और ₹2,000 नकद लूट लिए।
घटना के बाद पीड़ित शिक्षक ने शंभूगंज थाना में इसकी सूचना दी, जिस पर आरक्षी अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा के निर्देशानुसार सीडीपीओ विपिन बिहारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में शंभूगंज थाना अध्यक्ष मंटू कुमार, एसआई मोहम्मद सज्जाद, सुभाष मिश्रा, एएसआई कमलेश कुमार सिंह, सिपाही अभिमन्यु कुमार, महिला सिपाही ब्यूटी कुमारी एवं चौकीदार अनंत कुमार सिंह शामिल थे।पुलिस टीम ने तकनीकी अनुसंधान व खुफिया सूचना के आधार पर अपराधियों की पहचान की और छापेमारी शुरू कर दी। इसी दौरान सूचना मिली कि तीनों अपराधी पोखरी पुल के पास किसी वाहन से गुजरने वाले हैं। तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने पोखरी पुल के पास वाहन जांच अभियान शुरू किया।जांच के दौरान जैसे ही तीन संदिग्ध एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां पहुंचे, वे पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।गिरफ्तार अपराधियों की पहचान शंभूगंज थाना क्षेत्र के गुलनी कुसाहा निवासी पीयूष कुमार उर्फ गोलू, तथा दिल्ली सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के अमन विहार निवासी मनीष एवं कृष्णा के रूप में है।
तलाशी के दौरान पीयूष कुमार उर्फ गोलू के पास से लूटी गई बाइक, मोबाइल फोन, ₹2,000 नकद, एक देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। तीनों अपराधियों के खिलाफ शंभूगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है, और पुलिस उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया में जुटी है।स्थानीय बदमाश की मिलीभगत से दिया घटना को अंजामपुलिस के अनुसार इस लूटपाट की योजना पहले से बनाई गई थी, जिसमें स्थानीय अपराधी पीयूष कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई। उसे क्षेत्र की भौगोलिक जानकारी थी, जिसका लाभ लेकर घटना को अंजाम दिया गया। वहीं दिल्ली के दोनों अपराधी हाल ही में बांका क्षेत्र में आए थे और उनके अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की आशंका भी जताई जा रही है।
पुलिस की तत्परता से मिली सफलता, लोगों में विश्वास बढ़ा
दिनदहाड़े हुई इस लूट की घटना से जहां आमजन में दहशत का माहौल था, वहीं पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों का पुलिस प्रशासन में विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। एसडीपीओ विपिन बिहारी ने प्रेसवार्ता के दौरान स्पष्ट किया कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतत कार्रवाई करती रहेगी।
बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत कि रिपोर्ट