Bihar News:नेता ड्राइवर, अफसर यात्री! मंत्री अशोक चौधरी ने थामी स्टेयरिंग, बगल में बैठे डीएम, पीछे एमएलए

Bihar News: बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने एक अनोखा उदाहरण पेश करते हुए बेगूसराय के जिला अधिकारी (डीएम) तुषार सिंगल को अपनी गाड़ी में बैठाकर सभास्थल तक पहुंचाया।

Minister Ashok Chaudhary held the steering wheel
नेता ड्राइवर, अफसर यात्री!- फोटो : reporter

Bihar News: बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने एक अनोखा उदाहरण पेश करते हुए बेगूसराय के जिला अधिकारी (डीएम) तुषार सिंगल को अपनी गाड़ी में बैठाकर सभास्थल तक पहुंचाया। इस दौरान अशोक चौधरी खुद ड्राइवर की सीट पर बैठकर गाड़ी चलाते नजर आए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लोगों का ध्यान खींचा है और विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, यह घटना बेगूसराय जिले में उस समय हुई जब मंत्री अशोक चौधरी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद वे अपनी सरकारी गाड़ी, जिस पर "मंत्री" लिखा हुआ था, खुद चलाने लगे। गाड़ी की अगली सीट पर बेगूसराय के डीएम तुषार सिंगल बैठे थे, जबकि पीछे की सीट पर जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक राजकुमार सिंह और जदयू के जिला अध्यक्ष रुदल राय मौजूद थे। इस दौरान अशोक चौधरी ने न केवल गाड़ी चलाई, बल्कि डीएम को सभास्थल से अन्य स्थान तक पहुंचाया।

इस वाकये का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि अशोक चौधरी ड्राइवर की सीट पर बैठे हैं और गाड़ी को संभाल रहे हैं, जबकि डीएम तुषार सिंगल उनके बगल में बैठे हैं। यह नजारा लोगों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि आमतौर पर मंत्रियों को ड्राइवर द्वारा गाड़ी चलाते हुए देखा जाता है।

लोगों की प्रतिक्रिया

इस वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे अशोक चौधरी की सादगी और सहजता का प्रतीक मान रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "यह देखकर अच्छा लगा कि हमारे मंत्री इतने सादगी भरे हैं कि वे खुद गाड़ी चलाकर डीएम को ले जा रहे हैं। यह जनता के प्रति उनकी जवाबदेही को दर्शाता है।" वहीं, कुछ लोगों ने इसे एक पब्लिसिटी स्टंट करार दिया और कहा कि यह केवल लोगों का ध्यान खींचने का प्रयास हो सकता है। एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, "यह सब दिखावा है। मंत्री को ड्राइवर की तरह गाड़ी चलाने की क्या जरूरत थी?"

अशोक चौधरी का राजनीतिक सफर

अशोक चौधरी बिहार की राजनीति में एक जाना-माना नाम हैं। वे जनता दल (यूनाइटेड) के कद्दावर नेता और बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री हैं। इससे पहले वे भवन निर्माण विभाग, शिक्षा, कारा, विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी, सामाजिक न्याय, अल्पसंख्यक कल्याण और आईटी विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं और जदयू की बिहार इकाई के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।

अशोक चौधरी ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से की थी और 2000 में बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने थे। बाद में 2013 में उन्हें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन 2018 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर जदयू का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले अशोक चौधरी को उनके संगठनात्मक कौशल और कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत पकड़ के लिए जाना जाता है।

डीएम तुषार सिंगल का योगदान

बेगूसराय के जिला अधिकारी तुषार सिंगल भी अपने कार्यों के लिए जाने जाते हैं। वे जिले में प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने और विकास योजनाओं को लागू करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस घटना में उनकी मौजूदगी और मंत्री के साथ सहजता से गाड़ी में बैठना भी चर्चा का विषय बना है।

सियासी मायने

इस घटना को कुछ लोग सियासी नजरिए से भी देख रहे हैं। बिहार में जदयू और नीतीश कुमार की सरकार अपनी जन-केंद्रित छवि को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है। अशोक चौधरी का यह कदम कुछ लोगों को उनकी जनता के प्रति जवाबदेही और सादगी के रूप में दिख सकता है, जबकि कुछ इसे एक सुनियोजित कदम मान रहे हैं, जो उनकी और उनकी पार्टी की छवि को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है।

अशोक चौधरी का यह कदम, चाहे सादगी का प्रतीक हो या रणनीतिक कदम, निश्चित रूप से चर्चा का विषय बन गया है। यह घटना बिहार की राजनीति में एक रोचक मोड़ लेकर आई है, जहां एक मंत्री का ड्राइवर बनकर गाड़ी चलाना न केवल लोगों के बीच उत्सुकता का कारण बना, बल्कि सोशल मीडिया पर भी व्यापक चर्चा का विषय बन गया। इस वीडियो ने एक बार फिर अशोक चौधरी को सुर्खियों में ला दिया है।

रिपोर्ट- अजय शास्त्री