चंपारण से महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी का का ऐलान-ए-सियासत, बापू की विरासत या सत्ता की तलाश?

महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा कि बिहार का चुनाव हम लोगों से छीना जा रहा है और बिहार के चुनाव के साथ-साथ संविधान की हिफाजत की जंग भी चंपारण से लड़ी जाएगी।...

Tushar Gandhi
महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी का का ऐलान-ए-सियासत- फोटो : reporter

Bihar News: नरकटियागंज में  एक अहम सियासी सरगर्मी देखने को मिली, जब महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी शहीद चौक पहुंचे। उनका वहां शानदार इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर उन्हें महात्मा गांधी का तैलीय चित्र, अंगवस्त्र और बुके भेंट कर एहतिराम बख्शा गया। इससे पहले, उन्होंने शहीद भगत सिंह और अब्दुल हमीद की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें खिराज-ए-अकीदत पेश की।

सभा को संबोधित करते हुए तुषार गांधी ने चंपारण की ऐतिहासिक अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चंपारण के सत्याग्रह की लौ ने पूरे मुल्क को रोशन किया था, मगर आज भी इस इलाके के गांवों की हालात निहायत विकट है, बिल्कुल वैसी ही जैसी बापू के जमाने में थी। उन्होंने बापू के इस कौल को दोहराया कि आजादी तो मिल गई, लेकिन मुकम्मल स्वराज हासिल नहीं हो सका। इसी तर्ज पर, तुषार गांधी ने अफ़्सोस जताया कि आज भी गरीब और पीड़ित तबके को गरीबी की जंजीरों से निजात नहीं मिली है।

उन्होंने इस नाइंसाफी के खिलाफ एक नई लड़ाई छेड़ने का आह्वान किया और ऐलान किया कि इसकी शुरुआत भी चंपारण की सरजमीन से ही होगी। उनका दो टूक बयान था कि बिहार का चुनाव हम लोगों से छीना जा रहा है और बिहार के चुनाव के साथ-साथ संविधान की हिफाज़त की जंग भी चंपारण से लड़ी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि सत्याग्रह की इस मुकद्दस धरती से आशीर्वाद लेकर वे इस लड़ाई में भी कामयाब होंगे।

इसी दौरान, सिकटा के एमएलए वीरेंद्र गुप्ता ने बीजेपी पर तेज-तर्रार हमला बोला। उन्होंने इल्जाम लगाया कि बीजेपी ने इलेक्शन कमीशन को पूरी तरह से "गोदी आयोग" में तब्दील कर दिया है। गुप्ता ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आज हमें यह सबूत देना पड़ रहा है कि हम इस मुल्क के शहरी हैं, और बीजेपी इस तरह का जुर्म कर रही है। तुषार गांधी का यह दौरा बिहार की सियासी फिजा में एक नई बहस और नया जोश पैदा करने वाला साबित हो सकता है।

रिपोर्ट- आशिष कुमार