Bhagalpur flood: गंगा नदी का कहर! नवगछिया के गोपालपुर, इस्माइलपुर और बिंद टोली में बाढ़ और कटाव से मचा हड़कंप

Bhagalpur flood: भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। जानिए गोपालपुर, इस्माइलपुर और बिंद टोली क्षेत्र में बाढ़ और कटाव की गंभीर स्थिति।

Bhagalpur flood
नवगछिया में गंगा नदी की बाढ़ से दियारा गांवों में खतरा- फोटो : NEWS4NATION

Bhagalpur flood: भागलपुर जिला के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर, इस्माइलपुर और बिंद टोली क्षेत्र में गंगा नदी का रौद्र रूप सामने आने लगा है। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते हुए खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे दियारा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ और कटाव का खतरा मंडराने लगा है। शनिवार की रात ब्रह्मोत्तर धार से पानी गोपालपुर क्षेत्र में प्रवेश कर गया, जिससे स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।

गंगा 31.75 मीटर पर बह रही, खतरे का निशान 31.60

बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय नवगछिया के अनुसार, इस्माइलपुर-बिंद टोली के पास गंगा नदी का डेंजर लेवल 31.60 मीटर और वार्निंग लेवल 30.60 मीटर है। फिलहाल गंगा 31.75 मीटर पर बह रही है, जिससे दियारा क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं।

भीषण कटाव से मची अफरातफरी

शनिवार की रात इस्माइलपुर के बिंद टोली में रिंग बांध के स्पर्श संख्या 9 के डाउनस्ट्रीम में करीब 55 से 60 मीटर में तेज कटाव देखा गया। इससे तन तांगा और करारी गांव पर बाढ़ और कटाव का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है। ग्रामीणों में भय और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

जल संसाधन विभाग युद्ध स्तर पर जुटा

जल संसाधन विभाग की टीम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए युद्धस्तर पर बालू भरे बोरे डालकर ब्लड फाइटिंग कार्य में जुटी है। स्पर्श संख्या 9 पर हुए भारी क्षरण को रिस्टोर करने की कोशिश जारी है। मामले पर जल संसाधन विभाग, कार्यपालक अभियंता इंजीनियर गौतम कुमार ने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हमारी टीम लगातार कटाव प्रभावित क्षेत्र में कैंप कर रही है। सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं और बचाव कार्य प्राथमिकता पर चल रहा है। जिला परिषद सदस्य विपिन कुमार मंडल ने कहा कि गांव वाले डरे हुए हैं। रात में कटाव और पानी का दबाव अचानक बढ़ गया। प्रशासन से अपील है कि राहत और बचाव कार्य और तेज किया जाए।

ग्रामीणों में डर फसल और मकानों को खतरा

दर्जनों गांवों में अब बाढ़ का पानी धीरे-धीरे फैलने लगा है। खेतों में लगी फसलें बर्बादी के कगार पर हैं और कई कच्चे मकानों पर खतरा मंडरा रहा है।गंगा का कहर इस बार नवगछिया क्षेत्र के लिए चेतावनी बनकर आया है। अगर स्थिति पर समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया तो यह क्षेत्र एक बार फिर भीषण त्रासदी की चपेट में आ सकता है।

भागलपुर नवगछिया से अंजनी कश्यप की रिपोर्ट