Newly married woman: सरकारी नौकरी की चाह में टूटा रिश्ता, दुल्हन ने ससुराल जाने से किया साफ इनकार, बिहार में दो हफ्ते में टूटा सात जन्मों का रिश्ता

Newly married woman: जिस बेटी की शादी मां-बाप ने इज़्जत और लाखों के खर्च के साथ धूमधाम से की थी, वही नवविवाहिता केवल दो हफ्ते के भीतर रिश्तों की दीवार तोड़कर मायके लौट आई और ससुराल की चौखट लांघने से साफ़ इनकार कर दिया। ...

Bride Refuses to Join In Laws Over Govt Job Demand Marriage
सरकारी नौकरी की चाह में टूटा रिश्ता- फोटो : X

Newly married woman: यह कहानी किसी दर्दनाक कहानी की तरह ही इलाके की फिज़ा में सनसनी घोल रही है। जिस बेटी की शादी मां-बाप ने इज़्जत, रस्म और लाखों के खर्च के साथ धूमधाम से की थी, वही नवविवाहिता महज दो हफ्ते के भीतर रिश्तों की दीवार तोड़कर मायके लौट आई और ससुराल की चौखट लांघने से साफ इनकार कर दिया। भागलपुर जिले के सुलतानगंज थाना क्षेत्र का यह मामला अब घरेलू तकरार से आगे बढ़कर समाजी अदालत में कटघरे जैसा बन गया है, जहां हर कोई सवाल कर रहा है कसूर किसका है?

जानकारी के मुताबिक, जब पति अपने परिजनों के साथ समझाने-बुझाने मायके पहुंचा, तो वहां रिश्तों की सुलह नहीं बल्कि सख़्त ऐलान हुआ। विवाहिता ने दो टूक कहा कि यह शादी उसकी मर्ज़ी के ख़िलाफ हुई है और वह फिलहाल बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही है। जब तक एमए पूरा नहीं हो जाता, तब तक ससुराल जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। इतना ही नहीं, उसने यह भी कह दिया कि उसका सपना सरकारी नौकरी वाला दूल्हा था, लेकिन परिजनों ने निजी कंपनी में मैनेजर से उसकी शादी कर दी। अब सरकारी नौकरी मिले बिना वह ससुराल की राह नहीं देखेगी।

इस बयान ने दोनों परिवारों को हैरत और हैरानी में डाल दिया है। पति का कहना है कि शादी के बाद से ही पत्नी का रवैया अजनबी सा था। न बातचीत, न अपनापन बस ग़ुस्से और चुप्पी की दीवार। अचानक मायके लौट जाने से न सिर्फ रिश्ते टूटे, बल्कि गांव में उनकी सामाजिक इज़्जत भी कटघरे में खड़ी हो गई। पति ने यह भी आरोप लगाया कि पत्नी अक्सर धमकी देती थी कि अगर जबरन ससुराल में रखा गया तो झूठे मुकदमों में फंसा देगी।

मामले को सुलझाने के लिए सामाजिक पंचायत जैसी कोशिशें भी हुईं, मगर हर दलील बेअसर रही। आख़िरकार लड़का पक्ष मायूस और खाली हाथ लौट गया। यह पूरा वाक़या रिश्तों की उस अदालत की याद दिलाता है, जहां मोहब्बत, पढ़ाई, नौकरी और ज़िद एक-दूसरे से टकरा कर इंसानी जज़्बातों को घायल कर देती हैं और सवाल यह रह जाता है कि यहां अपराध किसका है, ज़िद का या लड़की के घर वालों की जबरदस्ती का?