महिला थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा, काउंसलिग के दौरान पति-पत्नी के बीच चले लात-घूंसे, सिपाही भी नहीं बचे
महिला थाना में काउंसिलिंग के लिए पहुंचे साथ में पुरुष मित्र की मौजूदगी पर भड़की बहस, फिर पति-पत्नी के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि थानेदार के सामने ही मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान बीच-बचाव करने आई महिला सिपाहियों से भी दोनों पक्ष उलझ गए।
बिहार के महिला थाना उस समय रणक्षेत्र में बदल गया, जब एक पारिवारिक विवाद की काउंसिलिंग के लिए पहुंचे पति-पत्नी और उनके परिजनों के बीच हिंसक झड़प हो गई। थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही गाली-गलौज और मारपीट शुरू हो गई, जिसमें लात-घूंसे भी चले। स्थिति इतनी बेकाबू हो गई कि बीच-बचाव करने पहुंची महिला सिपाहियों को भी दोनों पक्षों की तरफ से उलझना पड़ा। यह पूरा घटनाक्रम करीब 10 मिनट तक चला, जिसने थाने परिसर में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
प्रेम विवाह और घरेलू हिंसा का मामला, तलाक की अर्जी से बिगड़ी बात
यह पूरा विवाद भागलपुर के लोदीपुर की एक महिला की शिकायत से शुरू हुआ था, जिसने अपने पति पर शराब के नशे में मारपीट और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। महिला ने बताया कि उसने 2019 में प्रेम विवाह किया था और उनका एक तीन साल का बेटा भी है। इसी शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों को मंगलवार को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था। हालांकि, काउंसिलिंग के दौरान जब पुलिस को पता चला कि पति-पत्नी ने पहले से ही कोर्ट में आपसी सहमति से तलाक की अर्जी दे रखी है, तो थाने ने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया और उन्हें वापस जाने को कहा।
पुरुष मित्र की मौजूदगी पर भड़की बहस, फिर शुरू हुई हाथापाई
पुलिस के यह कहते ही कि मामला न्यायालय में है और थाने से कोई कार्रवाई संभव नहीं, दोनों पक्षों में तीखी बहस शुरू हो गई। विवाद ने तब और तूल पकड़ा जब महिला के साथ आए एक पुरुष मित्र को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ। आरोप है कि इसी बात पर एक महिला ने उस युवक को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई। कुछ ही पलों में महिला थाना परिसर चीख-पुकार, गाली-गलौज और हाथापाई के शोर से गूंज उठा।
सिपाहियों से भी उलझे पक्ष, थाना परिसर में मचा हंगामा
जब महिला सिपाहियों ने इस बिगड़ती स्थिति को संभालने की कोशिश की और दोनों पक्षों को शांत कराने के लिए आगे बढ़ीं, तो गुस्से में आग-बबूला दोनों पक्ष उनसे भी उलझ गए। मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थिति इतनी बिगड़ चुकी थी कि किसी को भी समझाने का मौका नहीं मिल रहा था। करीब 10 मिनट तक चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे ने पुलिसकर्मियों को भी हैरत में डाल दिया, क्योंकि यह सब थानेदार के सामने हो रहा था।
थानाध्यक्ष ने सख्ती से संभाली स्थिति, चेतावनी देकर शांत कराया मामला
अचानक हुए इस हंगामे की खबर मिलते ही महिला थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर लूसी कुमारी तुरंत मौके पर पहुंचीं। उन्होंने तत्काल सख्ती दिखाते हुए दोनों पक्षों को अलग किया और काफी मशक्कत के बाद आखिरकार विवाद को शांत कराने में सफल रहीं। इसके बाद दोनों पक्षों को सख्त चेतावनी देते हुए थाना परिसर से बाहर भेज दिया गया, जिससे एक बड़े विवाद को बढ़ने से रोका जा सका।