Bihar news - गजब, जिस जमीन पर पीएम आवास बनाने की अनुमति, उसे सरकारी भूमि बता घर पर चला दिया बुलडोजर
Bihar news - जिस जमीन पर पीएम आवास निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने फंड दिया, उसी जमीन को सरकारी बताकर आज पीएम आवास पर बुलडोजर चलवा दिया गया।

Bhagalpur - बिहार में पीएम आवास को लेकर किस तरह भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी बानगी आज भागलपुर में देखने को मिली, जहां सरकारी भूमि पर मकान बनाने का आरोप लगाकर तीन विधवाओं की ताला बंद तीन घरों पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। इन तीन घरों में एक घर पीएम आवास योजना के तहत बनाई गई है। जाहिर है कि इसके लिए फंड सरकार ने दिया था। जब उस समय निर्माण अवैध नहीं था, लेकिन अब यह अवैध बन गया है।
पूरा मामला जिले के सन्हौला से जुड़ा है। पोठिया गांव में सरकारी जमीन के अतिक्रमण पर प्रशासन का बुलडोजर चला और प्रधानमंत्री आवास योजना घर सहित तीन लोगों द्वारा अतिक्रमण की गई जमीन को जेसीबी से तोड़कर खाली कराया गया। इसके पूर्व अतिक्रमणकारी रेखा देवी, नगीना देवी, प्रतिमा देवी को नोटिस किया गया था, लेकिन सरकारी जमीन खाली नहीं करने पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
वहीं इसको लेकर पीड़ीत महिला ने बताया कि सभी वरीय पदाधिकारी के पास न्याय की गुहार लगाई गई है, जहां मामला चल रहा है, हाल में जिला पदाधिकारी के जनता दरवार में न्याय की गुहार लगाई, इस आलोक में जिलाधिकारी द्वारा जांच करने का आदेश प्राप्त हुआ है लेकिन जांच कराने के पूर्व गरीब बेबस विधवा महिला के आशियाने को उजाड़ दिया गया।
दुर्भावना से ग्रसित होकर की कार्रवाई
पीड़ित पक्षो ने बताया कि इसके पूर्व स्थानीय पदाधिकारी ने राजनीति व दुर्भावना से ग्रसित होकर उक्त जमीन पर रास्ता दिखा कर आमजनों को अवागमन में परेशानी होने का हवाला देकर अतिक्रमण चला दिया, जबकि वहां कोई रास्ता ही नहीं है,न ही आमजनों को कोई समस्या है नहीं तो यह रास्ता में सड़क से मिलता है नहीं तो गांव जाने के लिए भी रास्ता नहीं है।
पीड़ित पक्ष के लोगो ने बताया कि हम लोगों को जमीन खाली कराने के लिए मुझे किसी भी प्रकार के कोई जानकारी या नोटिस नहीं दिया गया हम लोग घर में नहीं थे इसके बावजूद भी घऱ को तोड़ दिया गया। घऱ में रखे सारे सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
कोर्ट में है मामला
आखिर एक अधिकारी गरीब बेबस महिला के साथ इतना बड़ा अन्याय कैसे कर सकता है जबकि मामला कोर्ट में विचाराधिन है। वहां मौजूद कई लोगों ग्रामीणों ने प्रशासन से निवेदन किया कि इस अतिक्रमण से किसी को कोई परेशानी तो नहीं दिख रही है तो मौजूद अधिकारियों ने किसी की एक भी ना सुनी मेरे साथ जो किया गया है। वह गैरकानूनी है।
आत्मदाह की धमकी
महिला ने कहा किसके विरुद्ध वे कानून का सहारा लेंगे अगर मुझे समुचित न्याय नहीं मिलेगा तो अंचल कार्यालय के सामने ही आत्महत्या कर लेंगे। इस अतिक्रमण में सन्हौला थानाध्यक्ष चंदन कुमार साशस्त्र पुलिस बल के साथ प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी विकास कुमार, राजश्व कर्मचारी मुकेश कुमार, अंचल अमीन खुशबू कुमारी सहित दंगा नियंत्रण पुलिस बल मौजूद थे
रिपोर्ट --balmukund kumar भागलपुर