Bihar politics - नीतीश कुमार ने अपने लाडले विधायक गोपाल मंडल को दिया झटका, करीबी से छीनी जिलाध्यक्ष की कुर्सी, अब विधायक के टिकट पर मंडराया संकट

Naugachhia - बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही जदयू ने नवगछिया में बड़ा संगठनात्मक फैसला लेते हुए जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती को पद से हटा दिया है। उनकी जगह वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिलाध्यक्ष बीरेंद्र कुमार सिंह कुशवाहा को पुनः जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस संबंध में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आधिकारिक पत्र जारी कर नई नियुक्ति की घोषणा की है।
यह निर्णय नवगछिया की स्थानीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण फेरबदल माना जा रहा है। त्रिपुरारी कुमार भारती को गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल का नजदीकी माना जाता रहा है, और माना जाता है कि उनके ही समर्थन से उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया गया था। अब उन्हें हटाया जाना संकेत देता है कि पार्टी चुनाव से पूर्व नए समीकरणों को गढ़ने में जुट गई है।
जमीनी नाराज़गी बनी बदलाव की वजह
सूत्रों के अनुसार, त्रिपुरारी कुमार भारती की कार्यशैली को लेकर लंबे समय से कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष था। स्थानीय स्तर पर उनकी निष्क्रियता और समन्वयहीनता को लेकर कई बार खुलकर विरोध भी हुआ। पार्टी के अंदर लगातार बढ़ते असंतोष और संगठन की कमजोर होती स्थिति को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व ने यह कठोर निर्णय लिया।
टिकट पर संशय, बढ़ती हलचल
यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में चुनावी तैयारी प्रारंभ हो चुकी है। गोपालपुर विधानसभा सीट को लेकर जदयू के भीतर संभावित उम्मीदवारों की चर्चा जोरों पर है। त्रिपुरारी कुमार भारती की छुट्टी और नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि पार्टी यहां नेतृत्व परिवर्तन की दिशा में सोच रही है।
अब सवाल उठने लगा है कि क्या पार्टी विधायक गोपाल मंडल को दोबारा टिकट देगी या किसी नए चेहरे पर दांव लगाएगी? गोपाल मंडल की स्थिति को लेकर भी अब संशय गहराता जा रहा है। यह भी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व जदयू में शामिल हुए पूर्व सांसद बुलो मंडल और जदयू नेत्री अर्पणा कुमारी भी गोपालपुर सीट पर अपनी राजनीतिक संभावनाएं तलाश रहे हैं। ऐसे में पार्टी किसे मौका देती है, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
बीरेंद्र कुमार सिंह के नाम पर बनी सहमति
जदयू नेतृत्व ने बीरेंद्र कुमार सिंह जैसे अनुभवी और संतुलित नेता को पुनः जिलाध्यक्ष बनाकर यह संकेत दिया है कि पार्टी अब अनुशासन, संगठनात्मक मजबूती और कार्यकर्ता-आधारित नेतृत्व को प्राथमिकता दे रही है। सिंह पूर्व में भी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और उन्हें सभी गुटों को साथ लेकर चलने वाला नेता माना जाता है।
पार्टी में उत्साह का माहौल
नई नियुक्ति के बाद नवगछिया जदयू कार्यकर्ताओं के बीच खासा उत्साह देखा जा रहा है। स्थानीय नेताओं और समर्थकों ने इसे संगठन को नई ऊर्जा देने वाला निर्णय बताया है। सभी को उम्मीद है कि बीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में नवगछिया में जदयू अधिक संगठित होकर आगामी चुनावी चुनौतियों का सामना कर सकेगी।