Bihar News : भागलपुर में गंगा में लापता किशोरी का नहीं मिला सुराग, तलाश में जुटी NDRF की टीम

Bihar News : भागलपुर में गंगा नदी में लापता किशोरी का शव 24 घंटे बाद भी बरामद नहीं हो पाया है. जिसके बाद लोगों ने आक्रोश व्यक्त है......पढ़िए आगे

Bihar News : भागलपुर में गंगा में लापता किशोरी का नहीं मिला
किशोरी लापता - फोटो : BALMUKUND

BHAGALPUR : जिले के सुल्तानगंज गंगा घाट पर हुए हादसे के 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद, गहरे पानी में लापता हुई किशोरी अंकिता कुमारी का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एनडीआरएफ (NDRF) की टीम गुरुवार सुबह से ही गंगा नदी में लगातार खोजबीन कर रही है, लेकिन उन्हें अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।

किशोरी की पहचान और घटना का विवरण

लापता हुई 14 वर्षीय किशोरी की पहचान हाजीपुर के सत्यारा चौक निवासी मंतोष शाह की बेटी अंकिता कुमारी के तौर पर हुई है। अंकिता सुल्तानगंज में अपनी नानी निर्मला देवी के घर, घाट रोड स्थित आवास पर, एक सप्ताह पहले आई हुई थी। घटना के बारे में नानी निर्मला देवी ने बताया कि अंकिता अपनी बहन के साथ गंगा में नहाने गई थी। इस दौरान उसकी छोटी बहन गहरे पानी में डूबने लगी, जिसे बचाने की कोशिश में अंकिता खुद पानी में समा गई। वहीं, मौके पर मौजूद लोगों ने अंकिता की छोटी बहन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। अंकिता कक्षा छठी की छात्रा थी और अपने पाँच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी। उसके पिता मंतोष शाह पटना में किराए के मकान में रहकर चाट बेचने का काम करते हैं।

स्थानीय लोगों में आक्रोश: सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यह घटना घाट पर सुरक्षा व्यवस्था की घोर लापरवाही का नतीजा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सिर्फ एक हफ्ते में यह दूसरी घटना है, जब कोई व्यक्ति गंगा में डूबा है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से किसी भी घाट पर बैरिकेडिंग या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। गौरतलब है कि 9 अक्टूबर को भी मुंगेर जिले के जमालपुर निवासी नवनीत कुमार और बिट्टू की सुल्तानगंज के मंदिर घाट पर डूबने से मौत हो गई थी।

प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग

लगातार हो रही इन दुखद घटनाओं ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर प्रशासन कब तक लापरवाही बरतता रहेगा? स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तुरंत कदम उठाने की मांग की है। दीपावली, काली पूजा और छठ महापर्व को देखते हुए घाटों की सुरक्षा तत्काल बढ़ाई जाए।

भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट