ओवर लोड नहीं किया तो ट्रक चलाने नहीं देंगे ! भागलपुर में दलालों के खौफ से सहमे ट्रक ऑपरेटर, अवैध वसूली के खेल में कौन कौन शामिल

भागलपुर में दलालों का सिंडिकेट ओवरलोड ट्रक परिचालन का दवाब बनाता है. वहीं ओवर लोडिंग में साथ नहीं देने वालों को जानबुझकर परेशान किया जाता है.

 overloading Truck
overloading Truck - फोटो : news4nation

Bihar News :  बिहार में खनन विभाग की नई नियमावली के बावजूद अवैध ओवरलोडिंग और एंट्री माफियाओं का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भागलपुर जिला में नए पुलिस कप्तान के आने के बाद ओवरलोड ट्रकों से होने वाले वसूली के खेल पर पूर्णतः विराम लग गया था। लेकिन कहा जाता है न भ्रष्टाचार करनेवाला समय की ताक में बैठा रहता है। चांदी के जूते में बहुत खूबी है। सुशासन में भी उसके बिना कई लोगों को रहा नहीं जाता और वक्त के साथ ही यह खेल वहां शुरू हो गया। सूत्र बताते हैं कहलगांव  अनुमंडल के घोंघा थाना क्षेत्र में ओवरलोड ट्रकों के परिचालन को सुचारु कर  वसूली का खेल शुरू हो चुका है।


यहां तक कि भागलपुर के एसएसपी को अब इस सम्बन्ध में ट्रक ऑपरेटर ही पत्र लिखकर अपनी पीड़ा बता रहे हैं कि कैसे दलालों का सिंडिकेट ओवरलोड ट्रक परिचालन का दवाब बनाता है. वहीं ओवर लोडिंग में साथ नहीं देने वालों को जानबुझकर परेशान किया जाता है. ताजा मामला कटिहार निवासी ट्रक मालिक जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, भागलपुर को की गई एक लिखित शिकायत से उजागर हुआ है, जिसमें उन्होंने खुद को और अपने ट्रक को अवैध रूप से रोकने, धमकाने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है।


शिकायतकर्ता ने बताया कि वह कई वर्षों से ट्रक मालिक हैं और अंडरलोड नियमों का पालन करते हुए ट्रकों का परिचालन कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। लेकिन कहलगांव क्षेत्र के दो कथित एंट्री माफिया – करण साह और सचिन साह — लगातार उन पर ओवरलोडिंग करने का दबाव बना रहे हैं। ट्रक मालिक का आरोप है कि इन लोगों द्वारा अक्सर ट्रकों को रोककर पैसे की अवैध मांग की जाती है, और पैसे न देने पर ट्रकों को जब्त करवाने की धमकी दी जाती है।


गाड़ी रोकी, लाखों की डिमांड, ड्राइवर से मारपीट

घटना की गंभीरता उस समय और बढ़ गई जब 10 सितंबर 2025 को सुबह 5 बजे पीरपैंती थाना क्षेत्र में शिकायतकर्ता की दो ट्रकों को रोककर लाखों रुपये की मांग की गई। जब ट्रक मालिक ने इस मांग को ठुकरा दिया और कानून की सहायता लेने की बात कही, तो एंट्री माफिया द्वारा ड्राइवर के साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई। शिकायत में कहा गया है कि ट्रकों को 15 घंटे तक रोक कर जबरन अवैध रूप से गिट्टी लोड करवा दी गई और बाद में उन्हें पीरपैंती थाना में खड़ा करा दिया गया।


"हमें सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है"  

शिकायत के अनुसार, माफियाओं ने खुलेआम धमकी दी कि वे भागलपुर के कई प्रभावशाली लोगों और सफेदपोश नेताओं के संरक्षण में काम करते हैं, इसलिए "कानून भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।"


नवगछिया–झारखंड मार्ग पर बड़े पैमाने पर ओवरलोडिंग का आरोप

जितेन्द्र यादव ने अपने आवेदन में यह भी उल्लेख किया कि मिर्जा चौकी (झारखंड सीमा) से लेकर नवगछिया जीरोमाइल तक प्रतिदिन सैकड़ों ओवरलोड ट्रक चलाए जा रहे हैं, जिनसे स्थानीय थाना क्षेत्र में एंट्री वसूली की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी सीसीटीवी कैमरों और विक्रमशिला पुल के फुटेज से इन अवैध गतिविधियों की पुष्टि की जा सकती है।


"हम कैसे करें परिचालन, परिवार पालना हो गया मुश्किल"

अंत में उन्होंने यह सवाल उठाया कि जब अंडरलोडिंग करने वाले ट्रक मालिकों को इस तरह परेशान किया जाएगा, तो वे अपना ट्रक कैसे चलाएं और परिवार कैसे पालें। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इन एंट्री माफियाओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने वसूली से जुड़े भुगतान के कई स्क्रीन शॉट भी सबूत के तौर पर भेजे हैं कि कैसे उनसे वसूली की गई।

धीरज पाराशर की रिपोर्ट