Bihar News : भागलपुर में गंगा नदी में डूबने से दो बच्चों की हुई मौत, ग्रामीणों ने सीएचसी में जमकर किया हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप

Bihar News : भागलपुर में गंगा नदी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. हालाँकि ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया.....पढ़िए आगे

Bihar News : भागलपुर में गंगा नदी में डूबने से दो बच्चों की
दो बच्चों की डूबने से मौत - फोटो : BALMUKUND

BHAGALPUR : जिले के जहाज घाट नारायणपुर गंगा नदी की उपधारा में सोमवार को स्नान के दौरान दो बच्चे डूब गये। मृतक नारायणपुर निवासी मोहम्मद तसलीम का करीब  10 वर्षीय नाती मोहम्मद अरमान है। अरमान का घर मधेपुरा जिला अंतर्गत चौसा प्रखंड के फूलौत गांव में है। वह अपनी माता साजू खातून के साथ 6 जुलाई को नाना के घर आया था। दूसरा मृतक नारायणपुर निवासी मोहम्मद निसार का  करीब 10 वर्ष का पुत्र मोहम्मद दिलशाद है। मोहम्मद दिलशाद मध्य विद्यालय मधुरापुर बालक में वर्ग 4 का छात्र है। घटना करीब बारह बजे का बताया जाता है । दोनों बच्चा अपने साथियों के संग गंगा स्नान करने के लिए घर से करीब ग्यारह बजे निकला था। शाम 4 बजे तक में जब वह वापस लौटकर नहीं आया तो परिवार वालों ने उसे खोजना शुरू किया।

खोजते- खोजते परिवार वाले जहाज घाट नारायणपुर गंगा नदी किनारे पहुंच गए। जहां किनारे में उसने देखा कि दो बच्चे का कपड़ा रखा हुआ है। आसपास के लोगों को पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया। लेकिन जो बच्चा उसके साथ नहाने आया था। उसने कहा कि हम लोग तो तैर कर गंगा के उस पार चले गये। वह दोनों लगता है कि डूब गया। इसके बाद सभी ने खोजना शुरू किया। खोजने के बाद दोनों का शव गंगा नदी में मिला। दिलशाद तीन भाई में सबसे बड़ा था। अरमान के मामा मोहम्मद अख्तर ने कहा कि घटना तीन बजे का है। दोनों बच्चा को गंगा नदी से निकालकर करीब 4 बजे सीएचसी नारायणपुर लाया गया।  

दिलशाद के चचेरे भाई मु शानू ने कहा कि  यहां डॉक्टर नहीं था। डॉक्टर को गार्ड ने पिछले दरवाजे से भगा दिया। तब दोनों बच्चे को लेकर निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्वजनों ने कहा कि यदि डॉक्टर ने समय पर बच्चा का इलाज किया होता तो बच्चा बच सकता था। ऐसे डॉक्टर पर जुर्माना होना चाहिए। डॉक्टर नहीं रहने पर आक्रोशित परिवार वालों ने सीएचसी नारायणपुर में जमकर हंगामा किया। एक कुर्सी, एक दरवाजा, एक दरवाजा का शीशा तोड़ दिया। 

सूचना मिलते ही भवानीपुर थाना में कार्यरत पुलिस पदाधिकारी अयोध्या प्रसाद सिंह, वारिस खान  साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों को शांत करवाया। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार डॉक्टर की लापरवाही से यहां लोग मर रहे हैं। पिछले महीने भी एक गर्भवती महिला का मौत गलत इंजेक्शन देने से हो गया। सीएचसी प्रभारी डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि दोनों बच्चा को ज़ब नारायणपुर लाया गया था तो उस समय मोहम्मद अफसार आलम ड्यूटी पर था। बच्चा मृत पाया गया। इसमें किसी की लापरवाही नहीं है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्ज में ले लिया है। पोस्टमार्टम में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। ग्रामीणों ने कहा कि घटना बारह बजे की है। चार बजे उसे सीएचसी नारायणपुर लाया गया। जबकि मृतक के परिवारों वालों का कहना है की घटना तीन का है। हम लोगों ने चार बजे सीएचसी नारायणपुर लाया। उस समय तक बच्चा जिंदा था, डॉक्टर यदि चेक करता तो बच्चा बच सकता था।

भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट