Bihar Ganga River Bridge:गंगा किनारे दो सेतु कब होगा चालू? कंपनी की रफ़्तार पर उठ रहे सवाल,सुपर-स्ट्रक्चर और अप्रोच रोड के काम तेज
Bihar Ganga River Bridge: गंगा नदी के सीने पर खड़े होने वाले दो बड़े फोरलेन पुल का परिचालन सियासत और इंजीनियरिंग दोनों के लिए कठिन इम्तिहान बना दिया है।
Bihar Ganga River Bridge: गंगा नदी के सीने पर खड़े होने वाले दो बड़े फोरलेन पुल सुल्तानगंज अगुवानी फोरलेन ब्रिज और विक्रमशिला सेतु के समानांतर नया फोरलेन ब्रिज बिहार के विकास का प्रतीक माने जा रहे हैं। दोनों का निर्माण ग्लोबल कंस्ट्रक्शन कंपनी एसपी सिंगला के जिम्मे है, लेकिन काम की रफ़्तार और तकनीकी चुनौतियों ने इस परियोजना को बिहार की सियासत और इंजीनियरिंग दोनों के लिए कठिन इम्तिहान बना दिया है।भागलपुर की धरती पर गंगा नदी पर दो फोरलेन पुल बनाए जा रहे हैं।
फिलहाल तस्वीर साफ़ है 2026 में दोनों पुलों का चालू होना पूरी तरह नामुमकिन है। सरकार और एजेंसी ने अब नया लक्ष्य 2027 की बाढ़ से पहले दोनों पुलों को चालू करने का रखा है। यानी जनता को अभी कम से कम दो साल का और इंतज़ार करना पड़ेगा।
सुल्तानगंज–अगुवानी पुल के नदी वाले हिस्से में काम को लेकर एजेंसी ने उपकरण परबत्ता छोर पर इंस्टॉल कर दिए हैं। अगले महीने नदी वाले हिस्से में पाइलिंग और स्ट्रक्चरल काम शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि, इस पुल के निर्माण में पहले ही काफी देरी हो चुकी है, पर एसपी सिंगला के वरिष्ठ अधिकारियों का दावा है कि सरकार को सबसे पहले इसी पुल को हैंडओवर किया जाएगा।
पुल निर्माण निगम, खगड़िया के वरीय परियोजना अभियंता शशिभूषण सिंह बताते हैं कि लगभग 125 मीटर क्षतिग्रस्त हिस्से के पुनर्निर्माण के लिए कंपोजिट स्टील बीम गार्डर, भारी पाइलिंग, वेल बोरिंग, अन्य तकनीकी संरचनाओं की तैयारी पूरी कर ली गई है।
लेकिन फिलहाल गंगा में पानी अधिक होने की वजह से वेल बोरिंग का काम एक सप्ताह आगे खिसकाना पड़ा है। ध्वस्त पिलर के अवशेषों को क्रेन से हटाया जाएगा, जिसके बाद नया ढांचा खड़ा किया जाएगा।
विक्रमशिला सेतु के समानांतर बन रहा नया फोरलेन पुल इन दोनों परियोजनाओं में सबसे तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है, लेकिन फिर भी इसे 2026 में चालू करना संभव नहीं।सुल्तानगंज की ओर गैप एरिया में गार्डर चढ़ाने का काम शुरू हो चुका है, पर सुपर-स्ट्रक्चर और अप्रोच रोड के काम में अभी काफी समय लगेगा।