BUXAR : जिले के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जिला अतिथि गृह के बाहर से आई एक तस्वीर ने सबको हैरान कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वागत के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए सैकड़ों फूलों के गमलों को स्थानीय लोगों ने कुछ ही सेकंड में लूट लिया। सरकारी कर्मी और अन्य लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही गमले गायब हो चुके थे।
सीएम के जाते ही मची लूट की होड़
मुख्यमंत्री के अतिथिगृह से निकलते ही वहां लगे फूलों के गमलों पर स्थानीय लोगों की नजरें गड़ गईं। देखते ही देखते लोग गमले उठाने लगे, और कुछ ही देर में वहां लगाए गए सैकड़ों गमले पूरी तरह से गायब हो गए। वीडियो के वायरल होते ही लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
किराये के गमलों की कीमत पर विवाद
सूत्रों के अनुसार, नगर परिषद द्वारा स्थानीय नर्सरी से कई गमले किराये पर लिए गए थे, जबकि कुछ स्थायी रूप से खरीदे गए थे। अब इन गमलों की कीमत चुकाने को लेकर विभाग में रस्साकस्सी शुरू हो गई है।
समाज में बढ़ती गिरावट पर चिंता
राजनीतिक विश्लेषक एवं चिकित्सक एस.एन. सिंह ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह समाज में गिरती नैतिकता का परिचायक है। जहां खुद मुख्यमंत्री आए हों, वहां ऐसी मानसिकता दिखाना बेहद शर्मनाक है। समाज को इस पर गंभीरता से सोचना होगा।"
सीएम ने दी 476 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान बक्सर जिलेवासियों को 476 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। उन्होंने आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्रों में गंगा शुद्ध पेयजल योजना का लोकार्पण किया और ऐतिहासिक रामरेखा घाट पर कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। लेकिन मुख्यमंत्री की यात्रा से ज्यादा चर्चा अब उनके स्वागत में लगाए गए फूलों की लूट को लेकर हो रही है, जिसने प्रशासन और समाज को एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
बक्सर से संदीप की रिपोर्ट