बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इंटरमीडिएट और मैट्रिक सेंटअप परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा आज, 11 नवंबर से प्रारंभ हो गई है, जो 18 नवंबर तक चलेगी। इसके बाद 19 से 21 नवंबर के बीच इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परीक्षा के समापन के बाद, इंटर का रिजल्ट 25 नवंबर तक संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, परीक्षा समिति ने निर्देश दिए हैं कि सभी इंटरमीडिएट विद्यार्थियों का रिजल्ट समय पर जमा हो ताकि आगे की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।
परीक्षा समाप्त होने के तुरंत बाद, मैट्रिक की सेंटअप परीक्षा का आयोजन 19 नवंबर से 22 नवंबर तक किया जाएगा। लगभग 15 लाख छात्र-छात्राओं के इस वर्ष मैट्रिक सेंटअप परीक्षा में शामिल होने की संभावना जताई गई है। इसके बाद, 23 नवंबर को मैट्रिक की प्रैक्टिकल परीक्षा होगी, जो एक दिन की निर्धारित अवधि में सम्पन्न होगी। इस परीक्षा का रिजल्ट दो दिसंबर तक जिला शिक्षा कार्यालय में अनिवार्य रूप से जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों को परीक्षा संचालन और प्रबंधन से संबंधित विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड का स्पष्ट निर्देश है कि सेंटअप परीक्षा में केवल वही विद्यार्थी शामिल होंगे जिनकी कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति है। इस उपस्थिति मानक को पूरा न करने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, जो विद्यार्थी सेंटअप परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाएंगे या अनुपस्थित रहेंगे, उन्हें वार्षिक परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं ताकि परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। सभी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, और प्रत्येक जिले में जिला शिक्षा पदाधिकारी विशेष सतर्कता बरतेंगे। हर जिले में परीक्षा के दौरान सीसीटीवी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, ताकि परीक्षा का संचालन पारदर्शी रहे और अनुचित साधनों का उपयोग न हो।
इस बार के इंटरमीडिएट सेंटअप में 13 लाख से अधिक विद्यार्थियों के शामिल होने का अनुमान है, जबकि मैट्रिक में 15 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस बार के कठोर निर्देश और उच्च मानकों से विद्यार्थियों की उपस्थिति और प्रदर्शन में सुधार आएगा