बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BPSC Teacher Recruitment: 44,688 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ, जल्द आएगा रिजल्ट

बीपीएससी तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के माध्यम से 25715 प्राथमिक और 18973 मध्य विद्यालय शिक्षकों की भर्ती करेगा। बीपीएससी ने इन पदों के लिए आरक्षण रोस्टर जारी कर दिया है।

teacher

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के माध्यम से राज्य में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया को तेज कर दिया है। आयोग ने बुधवार को अपनी वेबसाइट पर प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों की रिक्तियों का आरक्षण रोस्टर क्लियर कर अपलोड कर दिया। इस प्रक्रिया के तहत कुल 44,688 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, जिसमें प्राथमिक विद्यालयों के 25,715 और मध्य विद्यालयों के 18,973 पद शामिल हैं।


प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पदों का विवरण

प्राथमिक विद्यालयों में कुल 25,715 पदों पर बहाली की जाएगी, जिसमें 25,505 पद शिक्षा विभाग के अंतर्गत आते हैं, जबकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत 210 पद आरक्षित हैं। वहीं, मध्य विद्यालयों में 18,973 पदों की बहाली की जाएगी। इन पदों में से अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के तहत कक्षा छह से 10 तक के शिक्षकों की 126 रिक्तियां शामिल हैं।


आरक्षण रोस्टर के साथ बहाली प्रक्रिया को मिली गति

आयोग ने 50% आरक्षण रोस्टर की पुरानी नीति के अनुसार इन रिक्तियों को क्लियर कर दिया है। इस नीति का पालन करते हुए नियुक्तियों को निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अंजाम देने का प्रयास किया जा रहा है। आयोग द्वारा रोस्टर क्लियर होते ही अब रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया तेज हो गई है, और अगले दो से तीन दिनों में इन पदों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।


अगले कदम पर आयोग की नजर

शिक्षकों की कमी को दूर करने और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देशानुसार बीपीएससी ने तेजी से इस प्रक्रिया को पूरा किया है। अब सभी उम्मीदवारों को अगले कुछ दिनों में परिणाम घोषित होने का इंतजार है। इससे शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित होगा। इस बहाली प्रक्रिया से राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है। जल्द ही योग्य अभ्यर्थी शिक्षण कार्य में शामिल होकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने में सहायक बनेंगे।

Editor's Picks