Bihar News: बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। सीबीआई ने इस मामले के मुख्य आरोपियों में से एक सतीश कुमार झा को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार किए गए सतीश झा को बुधवार को पटना की सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया है।
इस मामले में आरोपी
करीब 7 साल पहले 2000 करोड़ का घोटाला हुआ था। तब आरोपी सतीश कुमार झा भागलपुर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के तत्कालीन सब डिविजनल ऑडिटर थे और सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी मनोरमा देवी के करीबी सहयोगी थे। इस घोटाले में लगभग 2000 करोड़ रुपये की सरकारी धनराशि की हेराफेरी की गई थी।
क्या है सृजन घोटाला?
सृजन घोटाला बिहार का एक बड़ा वित्तीय घोटाला है। इस घोटाले में सरकारी धनराशि को एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के माध्यम से गबन किया गया था। इस एनजीओ का नाम सृजन महिला सहयोग विकास समिति था। इस समिति की संचालिका मनोरमा देवी थी।
क्यों है सतीश कुमार झा महत्वपूर्ण?
सतीश कुमार झा इस घोटाले में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। वह इस घोटाले में होने वाली अनियमितताओं को छिपाने में मदद करता था। सीबीआई के अनुसार, सतीश कुमार झा ने मनोरमा देवी के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया था।
क्या आगे की कार्रवाई होगी?
सीबीआई अब सतीश कुमार झा से पूछताछ करेगी और इस घोटाले के बारे में अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी। सीबीआई का मानना है कि सतीश कुमार झा के पास इस घोटाले के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी है। यह गिरफ्तारी सृजन घोटाले की जांच में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे इस घोटाले के बारे में अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है। साथ ही, इससे अन्य आरोपियों को भी पकड़ने में मदद मिल सकती है।
24 मार्च 2019 को हुई थी चार्जशीट दायर
मालूम हो कि, सतीश कुमार झा को 24 मार्च, 2019 को चार्जशीट दायर की गई थी। सतीश कुमार झा पिछले कुछ समय से फरार था। सीबीआई ने इस मामले में कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में सीबीआई ने इससे पहले मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। सुत्रों के अनुसार सीबीआई सतीश झा को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट