PATNA - बिहार के चर्चित आईएएस व ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद बिहार के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग एक्ट में की है
बताया गया कि आज सुबह ही प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम ने शुक्रवार को संजीव हंस और उनके करीबियों के पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की.इडी की कार्रवाई पटना में दो स्थानों पर जबकि दिल्ली में तीन स्थानों पर देर शाम तक चली थी। हंस और और गुलाब यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था.
जानकारी के अनुसार ईडी ने संजीव हंस के पटना आवास सहित दिल्ली में उनके करीबी प्रवीण चौधरी दो अन्य के ठिकाने पर छापेमारी की। इस जांच में इडी को संपत्ति में निवेश के कई अहम दस्तावेज लगे हैं.साथ ही बैंक में जमा नकदी की जानकारी भी मिली है. प्रवीण चौधरी जिसके यहां छापा मारा गया वह मूल रूप से मधुबनी का रहने वाला है। हंस के पटना स्थित ठिकाने से क्या बरामद हुआ इस बारे में इडी फिलहाल कोई जानकारी साझा करने से बच रही है।
ऊर्जा विभाग में वेंडर के रूप में काम करता है प्रवीण चौधरी
दिल्ली के आनंद निकेतन के सी-35 भवन के तीसरे तले पर संजीव हंस की पत्नी और परिवार रहता है.यह फ्लैट प्रवीण चौधरी का है, जो कई बड़ी कंपनियों मसलन केईसी इंटरनेशनल, यूनिवर्सल केबल्स समेत अन्य के अंतर्गत सब-कांट्रैक्टर का काम करता है.यह मुख्य रूप से ऊर्जा विभाग के लिए वेंडर के तौर पर एक अगस्त 2024 से काम कर रहा है.
श्री चौधरी ने यह फ्लैट मार्च 2023 में 9.25 करोड़ में खरीदा था. लेकिन खरीददारी से पहले इस फ्लैट को देखने संजीव हंस और उनकी पत्नी कई बार गयी थी. सूत्रों का कहना है कि प्रवीण ने यह फ्लैट संजीव हंस द्वारा दिये गये पैसे से खरीदा था.संजीव हंस और गुलाब यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है।
बता दें कि आइएएस अधिकारी संजीव हंस पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के साथ ही पद का दुरुपयोग कर अवैध तरीके संपत्ति अर्जित करने के अलग-अलग मामले चल रहे हैं। जुलाई में भी संजीव और पूर्व विधायक गुलाब के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी।