BETTIAH - बिहार के बेतिया में शनिवार दिन-दिनदहाड़े पिस्टल के नोक पर एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया गया. उसके बाद व्यक्ति को होटल पुष्पांजलि में ले जाकर जबरन कुछ पेपर पर सिग्नेचर करवाए गए. फिर उसे छोड़ दिया गया. ये मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महानागनी का है. बताया जा रहा है कि शिवपूजन महतो राइस मिल में काम कर रहे थे, तभी अपराधी चार चक्का वाहन से वहां पहुंचे. पिस्टल दिखाते हुए शिवपूजन को घसीटते हुए गाड़ी में बैठा लिया गया और होटल में ले जाकर उससे कुछ कागजों पर सिग्नेचर करवाया गया और फिर उसे छोड़ दिया गया.
पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
पीड़ित शिवपूजन ने मुफस्सिल थाना में एक आवेदन देकर F.I.R दर्ज कराया है. शिवपूजन ने बताया कि रवि कुमार उर्फ पिनु ने उसका अपहरण किया है. कथित तौर पर कहा जा रहा है कि मंत्री रेणु देवी का भाई है.बेतिया जिले में राज्य सरकार की मंत्री रेणु देवी के भाई रवि कुमार उर्फ पीनू डॉन पर अपहरण और जबरन जमीन रजिस्ट्री कराने का आरोप लगने के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पीनू डॉन फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।
पीनू डॉन का आपराधिक इतिहास
पीनू डॉन का लंबा चौड़ा आपराधिक बैकग्राउंड है। पूर्व में भी वह इस तरह की गुंडागर्दी कर चुका है। सात जून 2019 को बेतिया में एक मेडिकल स्टोर पर पीनू दवा लेने गया था। स्वागत में उस स्टोर का दुकानदार खड़ा नहीं हुआ, जिसके चलते वह इस कदर नाराज हो गया कि उसने सरेआम दुकानदार की बुरी तरह से पिटाई कर दी। इस घटना ने भी काफी तूल पकड़ा था, लेकिन रसूखदार होने के चलते वह बच निकला।
दूसरी बार पीनू पटना के पटेल नगर में बेशकीमती जमीन हथियाने को लेकर सुर्खियों में आया। इसमें जमीन मालिक ने पीनू पर हथियार के बल पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया। जमीन मालिक का आरोप था कि पीनू अपने साथियों के साथ जमीन कब्जा करने पहुंचा था। विरोध करने पर डिप्टी सीएम के आवास पर जबरन ले जाने की बात कही थी। उस वक्त पीनू की बहन रेणु देवी उपमुख्यमंत्री के पद पर थीं। हालांकि उन्होंने अपने रिश्तों को लेकर कन्नी काट ली थी। बहरहाल इस घटना को लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पीड़ित द्वारा मामले में मुफस्सिल थाने में केस दर्ज कराए जाने के बाद बेतिया पुलिस ने पीनू डॉन की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापामारी की है। पुलिस का दावा कर रही है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कानून के दायरे में लाया जाएगा।
रिपोर्ट - कुलदीप भारद्वाज