Bihar News: नवादा जिले के रजौली पंचायत क्षेत्र के पुरानी बस स्टैंड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक बैंक कर्मी ने एक खाताधारक को झांसे में लेकर 22 लाख रुपये की हेराफेरी की। मामला सामने आने पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के वरीय पदाधिकारी ने जांच की। पीड़ित ग्राहक को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा गया है। जानकारी अनुसार14 जनवरी को चितरकोली पंचायत के गोपालपुर दिबौर निवासी कृष्ण प्रसाद यादव के पुत्र मुकेश कुमार ने 11-11 लाख रुपये के दो चेक के जरिये कुल 22 लाख रुपये एक खाता संख्या पर भेजने के लिए फॉर्म भरकर बैंक के काउंटर नंबर 2 पर दिया।
फॉर्म में गलती बोल कर आरटीजीएस फॉर्म पर कराया हस्ताक्षर
लेकिन बैंककर्मी ने उस समय बोला कि आरटीजीएस फॉर्म में कुछ गलती है और दूसरे आरटीजीएस फॉर्म पर सिर्फ सिग्नेचर कर बैंक में जमा कर दें। साथ ही काउंटर में रहे बैंककर्मी ने खाताधारक मुकेश कुमार को कुछ देर में पैसे ट्रांसफर हो जाने की बात कही। बैंककर्मी द्वारा आश्वासन मिलने बाद ग्राहक घर आ गया, लेकिन पैसे नहीं पहुंचने पर ग्राहक ने बैंककर्मी को फोन किया।
22 लाख का हेराफेरी
उसने कहा गया कि दो-तीन घण्टों में पैसे पहुंच जाएंगे, लेकिन 15 तारीख को भी पैसे नहीं पहुंचने पर मुकेश कुमार पुन बैंक आकर जानकारी लेने का प्रयास किया तो उक्त बैंककर्मी बैंक में नहीं दिखा। इस तरह मामला बढ़ा और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के वरीय पदाधिकारी को 22 लाख रुपये हेराफेरी की सूचना मिली तो उन्होंने बैंक पहुंचकर जांच पड़ताल की।
जांच जारी
बैंक के सीसीटीवी की जांच की गई। इस बाबत बैंक मैनेजर रंजीत कुमार ने बताया कि पीड़ित ग्राहक को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा गया है। इस बाबत थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति द्वारा लिखित आवेदन मिलने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नवादा से अमन की रिपोर्ट