N4N DESK – साल 2024 के अंतिम महीना रेलगाड़ी पर बेटिकट सफर करनेवाले यात्रियों के लिए अपशकुन का परिचायक बन रहा है। रेलकर्मी वैसे यात्रियों की तलाश में चाक-चौबंद व्यवस्था कर चलती ट्रेन में घुसकर छापेमारी कर रहे हैं। बेटिकट यात्री को इस स्थिति में भागने का मौका भी नहीं मिलता। अंततः वे टीटीई के हाथों चढ़ जाते हैं।
बिहार में रेलवे द्वारा सभी मार्गों पर ट्रेनों में टिकट चेकिंग तेज कर दी गई है। एक तरफ रेलवे बहुत कम पैसे में रेलयात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने में सहायता करती है तो दूसरी तरफ कुछ रेल यात्री ऐसे हैं जो रेलवे को निःशुल्क यात्रा करने का पर्याय मान बैठै हैं। निःशुल्क रेल यात्रा का मजा लेनेवाले यात्रियों के लिए अब हर दिन सजा बनकर सामने आ रहा है। इसी कड़ी में गुरूवार को भागलपुर-जमालपुर- किऊल रेल खंड स्टेशन पर सघन टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसे खुद ईस्टर्न रेलवे के प्रिंसीपल चीफ कामर्शियल मैनेजर उदय शंकर झा अपनी टीम के साथ लीड कर रहे थे।
इस दौरान भागलपुर से किऊल के बीच विभिन्न स्टेशनों व ट्रेनों में स्पेशल ड्राइव के तहत सघन टिकट चेकिंग अभियान चलाया। जिसमे रेल खंड के जमालपुर, बरियारपुर, सुल्तानगंज, नाथनगर, अकबरनगर, अभयपुर स्टेशनों पर आरपीएफ एवं टीटीई टीम के साथ पहुंचे और स्टेशन की प्रवेश व निकासी द्वार को सीलकर टिकट चेकिंग अभियान चलाया। स्टेशन पर चले टिकट चेकिंग अभियान से बिना टिकट चल रहे यात्रियों में हड़कंप मच गया। वह जांच से बचने के लिए जुगाड़ लगाने की कोशिश में लगे रहे।
इस दौरान चीफ कामर्शियल मैनेजर ने एक दर्जन एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों की एसी से लेकर जनरल कोच में सफर कर रहे बेटिकट यात्रियों को पकड़ा और जुर्माना किया। अभियान में 485 बेटिकट यात्री धराए। इनसे लगभग 2 लाख 14 हजार 640 रुपये जुर्माना वसूला गया।
मौके पर मालदा मंडल के सीनियर डीसीएम एस. भट्टाचार्या, स्टेशन प्रबंधक संजय कुमार, सीएमई संजीव कुमार गुप्ता,सीआईटी अमर कुमार, आइओडब्लू शशि, आरपीएफ इंस्पेक्टर मुकेश सेफ्ट,एपीआरओ प्रणय कुमार, सीएचआई पंकज कुमार सहित अन्य मौजूद थे।