MOTIHARI - मोतिहारी के पिपरा थाना क्षेत्र में बलवा मन बांध में मिट्टी में दबे युवक का शव बरामद किया गया है। बताया गया कि कुछ महिलाएं बांध के पास घास काटने के लिए गई हुई थी। इस दौरान उन्होंने बांध के पास नया गड्ढा देखा, तो उन्हें संदेह हुआ तो पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद गड्ढे से शव को बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव की पहचान विशुनपुरा गांव के 22 वर्षीय युवक अजीत कुमार के रुप में की है। बताया गया कि वह पिछले डेढ़ महीने से लापता था।
अजीत के भाई ने बताया कि 'अजित का गांव के ही एक युवती से पिछले 8 साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। 2023 में लड़की के घरवालों को जब इसकी जानकारी मिली तो एक ही जाति होने के कारण शादी की बात चलाई गई। लड़की वाले शादी के लिए तैयार भी हो गए थे। फिर अचानक पता चला कि लड़की की शादी कहीं और तय हो गई।' 'इसके बाद मेरा छोटा भाई अजीत शादी का विरोध करने लगा। लड़की की शादी 10 दिसंबर को होनी थी। इस बीच 29 नवंबर को कुछ लोग घर आए और उसको बुलाकर ले गए। उसके बाद उसका कही पता नहीं चला।'
गांव की लड़की से था अफेयर, मिली थी धमकी
बताया गया किअजीत का गांव की एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के परिजन इस रिश्ते का विरोध कर रहे थे। परिजनों का कहना है कि इस प्रेम प्रसंग के कारण ही अजीत की हत्या की गई है। अजीत की मां गीता देवी ने सात लोगों पर अपहरण और हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अजीत को बुलाया था, वे पहले भी उनके बेटे और पति को जान से मारने की धमकी दे चुके हैं।
पुलिस ने नहीं की कोई मदद, केस को ठंडे बस्ते में डाला
परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। गीता देवी ने बताया कि जब उन्होंने घटना के तुरंत बाद थाने में आवेदन दिया, तो पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की। एसपी के हस्तक्षेप के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की गई। मामले को दर्ज करने के बावजूद, पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने केस को ठंडे बस्ते में डाल दिया, जिसका नतीजा यह हुआ कि अजीत की हत्या कर दी गई।
शव मिलने के बाद फूटा गुस्सा
वहीं आज शव मिलने के बाद पूरे इलाके में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हत्या के मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। अजीत की मां और परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।