Bihar Police: भाजपा नेताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा, नाजिया हसन के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना पाकिस्तान से करने पर लोगों ने निकाला था मशाल जुलूस

Bihar Police: दरभंगा नगर निगम की उप महापौर नाजिया हसन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना पाकिस्तान से कर दी थी। ....

दरभंगा नगर निगम की उप महापौर नाजिया हसन
भाजपा नेताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा- फोटो : reporter

Bihar Police: दरभंगा में आज एक बार फिर तब तनाव का साया मंडरा उठा, जब हिन्दू संगठनों और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने, उप महापौर नाजिया हसन के विवादित बयानों के विरुद्ध, एक मशाल जुलूस निकालने का प्रयास किया। यह प्रयास, प्रशासन द्वारा बकरीद के  कारण जुलूस की अनुमति न दिए जाने के बावजूद किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आयकर चौराहे पर अभूतपूर्व गहमागहमी और अंततः पुलिस द्वारा लाठी चार्ज की स्थिति उत्पन्न हुई।

उप महापौर के विरुद्ध देशद्रोह की मांग: संघ पर विवादित टिप्पणी का प्रतिफल

समूचे घटनाक्रम का मूल दरभंगा नगर निगम की उप महापौर नाजिया हसन के उस सोशल मीडिया पोस्ट में निहित है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना पाकिस्तान से कर दी थी। इस टिप्पणी ने हिन्दू संगठनों में गहरा रोष उत्पन्न कर दिया, जिसके उपरांत उनके विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग प्रबल हो उठी। इसी मांग को मुखर करने के लिए आज मशाल जुलूस का आह्वान किया गया था।

अनुमति का अभाव और बढ़ते कदम: प्रशासन की चुनौती

जिला प्रशासन ने बकरीद के मद्देनजर सद्भाव और शांति बनाए रखने के लिए मशाल जुलूस की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजूद, हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता निर्धारित स्थल, आयकर चौराहे पर जुटने लगे। स्थिति की गंभीरता को भाँपते हुए, भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात हो गया और उन्होंने जुलूस न निकालने का आग्रह किया।

घर्षण और नियंत्रण: बल प्रयोग की विवशता

ज्यों-ज्यों भीड़ बढ़ती गई और प्रशासन के आग्रह को अनसुना किया जाने लगा, त्यों-त्यों हिंदू संगठन के लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच गर्मागर्म बहस शुरू हो गई। मामला बिगड़ने लगा, और बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को अंततः लाठी चार्ज करना पड़ा। फिलहाल, आयकर चौराहे पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और दरभंगा के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य करने का प्रयास कर रहे हैं।

पुलिस का पक्ष: धक्का-मुक्की, लाठीचार्ज नहीं

इस घटना पर सदर एसडीओ विकास कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार का लाठीचार्ज नहीं किया गया। उनके अनुसार, पुलिस ने भाजपा जिलाध्यक्ष से मशाल जुलूस को रोकने का प्रयास किया, जिस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा धक्का-मुक्की की गई। उन्होंने यह भी दोहराया कि इस मशाल जुलूस के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी और भाजपा जिलाध्यक्ष को फोन पर आज जुलूस न निकालने के लिए मना किया गया था।

विवाद की जड़: उप महापौर की प्राथमिकी और राजनीतिक गहमागहमी

बता दें कि उप महापौर नाजिया हसन के आरएसएस विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट के कारण उत्पन्न हुए विवाद में, डिप्टी मेयर ने स्वयं भाजपा जिलाध्यक्ष सहित 24 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसी के प्रतिउत्तर में हिन्दू संगठनों द्वारा शनिवार की शाम मशाल जुलूस निकालने का ऐलान किया गया था, जो आज के तनावपूर्ण घटनाक्रम का कारण बना। उपमहापौर का विवादों से गहरा नाता रहा है। इसके पहले भी वे बयान देकर माफी मांग चुकी है।

रिपोर्ट- वरुण ठाकुर