Bihar politics - नकली दवा सप्लाई के मामले में कोर्ट ने बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा दोषी करार, बिहार कांग्रेस ने की इस्तीफे की मांग
Bihar politics - नकली दवा सप्लाइ करने के मामले में दोषी करार दिए गए बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। कांग्रेस ने नीतीश कुमार से उनके इस्तीफे की मांग की है।

Darbhanga - बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा की मुश्किलें बढ़ गई है। राजस्थान की एक कोर्ट ने उनके खिलाफ नकली और घटिया दवा सप्लाई करने के आरोप में दोषी करारा दिया है। वहीं कोर्ट के फैसले के बाद अब बिहार कांग्रेस ने उनके नीतीश कुमार से उनके इस्तीफे की मांग की है।
दरभंगा समाहरणालय स्थित प्रेक्षागृह में शनिवार को अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन सह अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे बिहार कांग्रेस प्रदेश कमेटी की अतिपिछड़ा अध्यक्ष शशि भूषण पंडित मुख्य अथिति के रूप में शामिल हुए। वही शशि भूषण पंडित ने NDA सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मिथिला के पावन धरती जाले विधानसभा से भाजपा के विधायक जीवेश मिश्रा हैं। जो बिहार सरकार के नगर विकास मंत्री है।
उन्होंने कहा कि जीवेश मिश्रा अल्टो हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के निदेशक हैं। उनकी कंपनी द्वारा राजस्थान के राजसमंद जिले में भेजी गई सिप्रोलिन-500 टैबलेट घटिया और नकली पाई गई। इस मामले में ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स अधिनियम की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। जिसको लेकर 4 जून 25 को राजस्थान की अदालत ने जीवेश मिश्रा सहित 9 लोगों को दोषी करार दिया। लेकिन अदालत ने जेल भेजने के बजाय प्रोबेशन ऑफ ऑफेंडर्स अधिनियम, 1958 की धारा 4 और 5 के तहत राहत देते हुए जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया।
वही उन्होंने कहा कि “यह केवल कानूनी मामला नहीं, बल्कि मानवीय, नैतिक और जनस्वास्थ्य से जुड़ा प्रश्न है। ऐसे मंत्री को कैसे सुशासन बाबू अपने कैबिनेट में मंत्री बना कर रखे हैं। हम लोगों की मांग है कि उन्हें अभिलंब मंत्री पद से हटाया जाए।
रिपोर्ट - वरुण ठाकुर