Bihar Teacher Transfer: बिहार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक शिक्षा विभाग के रवैये से नाखुश हैं। शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए अब आंदोलन करने का प्लान बना लिया है। दरअसल, तबादले में हो रही देरी को लेकर शिक्षक शिक्षा विभाग के खिलाफ आक्रोश में है। शिक्षकों ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अभियान चलाकर अपनी नाराजगी जाहिर की। इस अभियान में प्रदेश भर के शिक्षक शामिल हुए, और यह दिनभर एक्स पर टॉप ट्रेंडिंग बना रहा।
शिक्षा विभाग पर आरोप
बिहार युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव और अनीश सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग ने जनवरी में 1.90 लाख शिक्षकों का तबादला उनके घर के पास करने का वादा किया था। लेकिन अब तक केवल 35 शिक्षकों का ही स्थानांतरण हुआ है, जिससे शिक्षकों में भारी असंतोष है। बता दें कि, शिक्षकों का तबदला 4 चरणों में शिक्षा विभाग के द्वारा किया जा रहा है। पहले चरण में 35 शिक्षकों का तबादला हुआ है। जबकि 3 शिक्षकों का आवेदन रद्द कर दिया गया था। वहीं 9 शिक्षकों के तबादले का आवेदन पेंडिंग है।
शिक्षकों की समस्याएं
बिहार शिक्षक संघ के सदस्य सोशल मीडिया के जरिए बताया कि राज्य के शिक्षक मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने तबादले का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। समस्तीपुर के शिक्षक ने शिक्षा विभाग पर बेवजह देरी का आरोप लगाते हुए कहा कि घर से 200-300 किमी दूर तैनात शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उम्मीद करना अनुचित है। कई शिक्षिकाओं ने अपनी कठिनाइयों का जिक्र करते हुए बताया कि वे अपने घर से 300 किमी दूर पदस्थापित हैं। छोटे बच्चों के साथ इतनी दूर रहकर नौकरी करना बेहद कठिन हो रहा है। उनका कहना है कि अगर तबादला जल्द नहीं हुआ तो उन्हें नौकरी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा।
आंदोलन की चेतावनी
बिहार युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने सरकार और शिक्षा विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फरवरी तक शिक्षकों का स्थानांतरण पूरा नहीं हुआ, तो सभी शिक्षक संगठन एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर शिक्षकों को उनकी पसंदीदा जगह पर तबादला सुनिश्चित करने की मांग की है। शिक्षकों की यह नाराजगी उनकी कठिन परिस्थितियों और विभागीय उदासीनता को लेकर गहराती जा रही है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है। बता दें कि शिक्षकों के तबादले के लिए 1 दिसंबर 2023 से 15 दिसंबर तक आवेदन लिया गया था जिसके बाद विभाग ने जनवरी के पहले हफ्ते में शिक्षकों का तबादला करने की बात कही थी लेकिन अब तक केवल 35 शिक्षकों का ही तबादला हुआ है जबकि तबादले के लिए 1लाख 90 हजार शिक्षकों ने आवेदन किया है।