Bihar Election 2025: 'अन्याय के खिलाफ लड़ने वाला सच्चा योद्धा'...असदुद्दीन ओवैसी ने हिस्ट्रीशीटर का बनाया शेरघाटी सीट से AIMIM का उम्मीदवार

Bihar Election 2025: असदुद्दीन ओवैसी ने हिस्ट्रीशीटर को अपना उम्मीदवार बनाया है। शेरघाटी सीट से ओवैसी ने शान ए अली खान को उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद विवाद शुरु हो गया...

असदुद्दीन ओवैसी
ओवेसी का उम्मीदवार हिस्ट्रीशीटर- फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। ऐसे में अब सभी पार्टी अपने अपने उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। एनडीए और महागठबंधन में फिलहाल सीट बंटवारे को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकिन अन्य दल एक एक कर अपने प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतार रहे। इसी कड़ी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने शेरघाटी विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। हैरानी की बात है कि ओवेसी ने शेरघाटी विधानसभा सीट से एक हिस्ट्रीशीटर को मैदान में उतारा है और कहा है कि ये अन्याय के खिलाफ लड़ने वाला योद्धा है। 

ओवेसी का उम्मीदवार हिस्ट्रीशीटर 

दरअसल, एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को गया जिले की शेरघाटी सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान किया। इस सीट पर 11 नवंबर को दूसरे और अंतिम चरण में मतदान होना है। ओवैसी ने जिस उम्मीदवार का नाम घोषित किया है वह हैं शान अली जो एक हिस्ट्रीशीटर हैं और 2016 में गया के एक थानेदार की हत्या के मामले में आरोपी हैं। शान अली फिलहाल जमानत पर बाहर हैं और उन पर हत्या समेत कई गंभीर आपराधिक मामलों का आरोप है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी ने शान अली का बचाव करते हुए उन्हें 'अन्याय के खिलाफ लड़ने वाला सच्चा योद्धा' बताया है। ओवैसी ने कहा कि शान अली समाज के उन लोगों की आवाज हैं जिन्हें लंबे समय से न्याय से वंचित रखा गया है।

शान ए अली खान बना एआईएमआईएम का उम्मीदवार 

एआईएमआईएम ने सोशल मीडिया पर ट्विट कर लिखा कि, "AIMIM ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए शेरघाटी विधानसभा-226 (गया) से जनाब शान ए अली खान साहब को अपना उम्मीदवार बनाया है। सभी मतदाताओं से अपील है कि शेरघाटी विधानसभा की तरक्की के लिए अपना कीमती वोट दें और जनाब शान ए अली खान को कामयाब बनाएं"। 

आपराधिक छवि वाला उम्मीदवार

गौरतलब हो कि, शेरघाटी सीट पर एआईएमआईएम की यह घोषणा सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। विपक्षी दलों ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए ओवैसी पर विवादित और आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। वहीं, ओवैसी का कहना है कि उनकी पार्टी हर उस व्यक्ति के साथ खड़ी है जो 'सिस्टम की अन्यायपूर्ण नीतियों' के खिलाफ संघर्ष कर रहा है।