वजीरगंज की बिसात में बसपा के हाथी पर चढ़कर चुनौती दे रहे चिंटू भैया, कहा – उनके शह से विरोधियों की मात निश्चित
Gaya - बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है, और राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में राजनीतिक उबाल देखने को मिल रहा है। खासकर उन इलाकों में जहाँ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, मुकाबला अत्यधिक दिलचस्प हो गया है। ऐसा ही नजारा वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
चिंटू सिंह के आने से त्रिकोणीय हुआ मुकाबला
यहाँ पारंपरिक रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता था, लेकिन बसपा प्रत्याशी के रूप में चितरंजन कुमार उर्फ चिंटू भैया की एंट्री ने समीकरण बदल दिए हैं। उनकी सक्रियता और जनसंपर्क के चलते अब यह मुकाबला कांटे की टक्कर वाला त्रिकोणीय संघर्ष बन गया है। चिंटू भैया क्षेत्र की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय रहते हैं और लगातार जनता के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
चिंटू भैया का दावा: 'पुरुषों से अधिक महिलाओं का साथ', जनता जात-पात से ऊपर उठकर करेगी मतदान
प्रत्याशी चिंटू भैया ने अपने चुनावी अभियान के दौरान मीडिया से बात करते हुए आत्मविश्वास के साथ कहा कि वह लगातार क्षेत्र में घूम रहे हैं और उन्हें भारी जनसमर्थन मिल रहा है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि उनके साथ पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या प्रचार में है।
उन्होंने बताया कि वजीरगंज विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने पहले कई पार्टियों से टिकट माँगा था, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। हालांकि, इस बार उन्हें पूरा विश्वास है कि यहाँ की जनता जात-पात से ऊपर उठकर उन्हें वोट करेगी। चिंटू भैया ने दावा किया कि उन्हें भूमिहारों का पूरा साथ मिल रहा है और मुस्लिम समुदाय के लोगों का भी अपार समर्थन प्राप्त हो रहा है, जो उनकी जीत के लिए एक मजबूत सामाजिक समीकरण तैयार करता है।
'हाथी' के भरोसे चुनावी जंग, पिछली बार के 'पश्चाताप' को भुनाने की तैयारी
बसपा प्रत्याशी ने अपनी चुनावी रणनीति और आत्मविश्वास पर बात करते हुए कहा कि "हम डरते नहीं हैं क्योंकि हमारे साथ हाथी है।" उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार भी जब उन्होंने चुनाव लड़ा था, तब इस बार जनता ने मन बना लिया है कि वे हाथी (बसपा का चुनाव चिन्ह) को ही वोट देंगे। उन्होंने सभी मतदाताओं से वोट करने की भावुक अपील भी की।
एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली बार 20 दरवाजे तोड़ दिए थे, लेकिन इस बार हाथी साथ में है तो कोई उन्हें रोक नहीं सकता है। चिंटू भैया ने दावा किया कि वजीरगंज की जनता को आज पछतावा है कि उन्होंने पिछली बार "गलत लोगों को चुन लिया था।" उनका कहना है कि इस बार जनता ने मन बना लिया है कि वे चितरंजन कुमार उर्फ चिंटू भैया को वोट देकर भारी मतों से जिताएँगे।
रिपोर्ट - वंदना शर्मा