GAYA : गया के इमामगंज में एक झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा एक प्रसूता की ऑपरेशन के दौरान यूटेरस की नस काटने की बात सामने आई है। इस संबंध में शुक्रवार को पीड़िता की ननद सरिता कुमारी ने बताया कि पेशेंट सोनी देवी पति अजय दास ग्राम चंदरिया थाना मैगरा प्रखंड डुमरिया ज़िला गया निवासी को दो दिन पूर्व इमामगंज थाना अंतर्गत हार्ट बाज़ार रानिगंज के पास डॉक्टर बहादुर के पास प्रसूता सोनी देवी को भर्ती कराया था।
डॉक्टर बहादुर ने ऑपरेशन कर बच्चा सकुशल बाहर निकाल दिया। लेकिन पेशेंट को चार घण्टे बाद ऑपरेशन थिएटर से बाहर निकाला। जिसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ती गई। बिगड़ती हालत देखकर परिजनों ने आनन-फानन में गया निजी अस्पताल में ले गए। जहां वहाँ के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। इसके बाद परिजन पटना एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जो वर्तमान में आई सी यू में भर्ती हैं। जिसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। लेकिन बच्चा स्वस्थ है। फिलहाल डॉक्टर बहादुर और उनके स्टाफ एक कमरे में सारे समान को रखकर फरार हो गए हैं।
बता दें की झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा रानीगंज बाजार में दो दर्जन से अधिक मकानों में अवैध नर्सिंग होम चलाया जा रहा है। कई बार झोलाछाप डॉक्टरों ने प्रसूता की जान लेली। लेकिन प्रशासन द्वारा उसके बाद लीपा पोती कर दिया जाता है। फिर से वे नर्सिंग होम शुरू कर देते हैं। इसी तरह से जान लेते रहते हैं। आपको बता दें की विभाग को भी यह जानकारी है कि दो दर्जन से अधिक अवैध नर्सिंग होम,अल्ट्रासाउंड,ब्लड जांच का रानिगंज बाज़ार एवं कब्रिस्तान के पास संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। कई झोलाछाप डॉक्टरों ने बचने के लिए बड़े डॉक्टरों का हूडिंग में नाम लिखवाकर अपने आपको रजिस्टर्ड अस्पताल बताकर संचालन कर रहे हैं। अभी के डेट में रानिगंज में झोलाछाप डॉक्टरों ने मौत का कारखाना खोल रखा है। जो आए दिन प्रसूता की मौत की खबर सुर्खियों में रहती है। फिर भी विभाग मौन रहता है।
गया से मनोज की रिपोर्ट