Bihar News: बिहार में बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आए रेलवे ट्रैक पर रील बना रहे तीन किशोर, दोनों तरफ से अचानक आई ट्रेन
Bihar News: रेलवे ट्रैक पर रील्स बना रहे तीन किशोर ट्रेन की चपेट में आ गए। अचानक दोनों तरफ से ट्रेन आ गई जिससे सभी किशोर संभल नहीं पाएं और ट्रेन की चपेट में आ गए। इस घटना में दो की दर्दनाक मौत हो गई...
Bihar News: सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का प्रचलन हाल के दिनों में तेजी से बढ़ गया है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर फेमस होने की कवायद में जुटे हैं। ऐसे में अक्सर कई किशोर अपनी जान को जोखिम में डाल कर भी रील बनाते हैं। लाइक शेयर ज्यादा मिलने के चक्कर में अपनी जान की परवाह भी नहीं करते और इसका हर्जाना उनके परिवार को भुगतना पड़ता है। ताजा मामला गया का है। जहां रील बनाने के चक्कर में दो किशोरों को अपनी जान गंवाना पड़ा। वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ट्रेन की चपेट में आए 3 किशोर
पूरा मामला गुरारू-इस्माइलपुर रेलखंड के शंकर बिगहा मंझियामा गांव के पास का है। जहां सोमवार को ट्रेन से कटकर दो किशोरों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा उस वक्त हुआ जब तीनों किशोर रेलवे ट्रैक पर मोबाइल से रील बना रहे थे। इसी दौरान दोनों दिशाओं से ट्रेन आने पर वे संभल नहीं सके और ट्रेन की चपेट में आ गए। छठ पर्व की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं।
दो की मौत, एक की हालत गंभीर
मृतकों की पहचान राजीव कुमार (12) निवासी कोंच पाली और गौतम कुमार (14) निवासी परैया खगड़ी बिगहा के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायल किशोर विपिन कुमार (14) परैया पराणपुर का रहने वाला है। तीनों किशोर छठ पूजा के अवसर पर मंझियामा गांव स्थित अपने मामा सुरेंद्र पासवान के घर आए हुए थे। घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायल किशोर को गुरारू के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
परिजनों में मचा कोहराम
हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। परिजनों ने शवों को अपने कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। मृतकों में एक सुरेंद्र पासवान का भांजा और एक नाती बताया जा रहा है, जबकि घायल किशोर उनका भतीजा है। इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।