Bihar new railway lines: बिहार सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था और रेल यातायात को बेहतर बनाने के लिए 426 करोड़ रुपये की लागत से चार नई रेलवे लाइनों के निर्माण की योजना बनाई है। यह परियोजना न केवल यात्री सुविधा को बढ़ाएगी बल्कि राज्य में आर्थिक विकास को भी गति देगी। नई रेल लाइनों के निर्माण के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी और ट्रेन लेट होने की समस्या भी काफी हद तक दूर हो जाएगी।
प्रमुख रेलवे लाइन परियोजनाएं
इस परियोजना के तहत चार प्रमुख रेलवे लाइनों का निर्माण किया जा रहा है:
मुजफ्फरपुर से दरभंगा: 67.7 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन
गया से डाल्टनगंज: नई रेल लाइन
जमालपुर से भागलपुर: 53 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन
गया से गणना तक: नई बाईपास रेल लाइन
इन रेलवे लाइनों के निर्माण से न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि राज्य में औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
मुजफ्फरपुर-दरभंगा रेल लाइन का विकास
मुजफ्फरपुर से दरभंगा तक की रेल लाइन का काम नवंबर में पूरा हो चुका है, जिससे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी 24 किलोमीटर कम हो गई है। इस परियोजना की कुल लागत 495 करोड़ रुपये रही है और इसे 2007-08 में मंजूरी मिली थी। यह रेल लाइन कई महत्वपूर्ण स्टेशनों से होकर गुजरती है, जिनमें पंडसराय, लोहियासराय, डिलाही, और नारायणपुर अनंत शामिल हैं।
आर्थिक और सामाजिक लाभ
नई रेल लाइनों के निर्माण से बिहार में व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इससे न केवल स्थानीय लोगों को फायदा होगा बल्कि राज्य में निवेश आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी। ट्रेन लेट होने की समस्या के समाधान से यात्री अनुभव में सुधार होगा, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
बिहार में चार नई रेलवे लाइनों का यह प्रोजेक्ट राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल परिवहन को सुगम बनाएगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा। इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने से बिहार के लोगों को एक नई दिशा में बढ़ने का अवसर मिलेगा।