JAMUI : अपने अजब गजब कारनामों को लेकर जमुई शिक्षा विभाग हमेशा चर्चा में रहता है। लेकिन इस बार कारनामा मध्याह्न भोजन योजना से जुड़ा है। बताया जा रहा की जमुई मध्याह्न भोजन कार्यालय द्वारा कुछ महीनों पहले एक पत्र निर्गत कर बारह विद्यालयों के प्रधानाचार्य पर मध्याह्न भोजन में अनियमिताएं पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई थी। जिसमें सभी प्रधानाचार्य के वेतन से किश्तों में पैसे वसूल करने की बात कही गई थी। जिसकी प्रतिलिपि जिला शिक्षा पदाधिकारी जमुई को भी दिया गया था।
लेकिन कई महीनों बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की बात कही जा रही है। जिसके बाद मध्याह्न भोजन योजना बिहार द्वारा एक पत्र निर्गत कर इस मामले की जांच का आदेश निर्गत किया गया है। साथ ही मामले की जांच करने हेतु प्रभारी सहायक निदेशक मध्याह्न भोजन योजना बिहार को अधिकृत किया गया है और एक हफ्ते के अंदर जांच प्रतिवेदन निदेशालय को समर्पित करने को कहा गया है।
जब इस बावत जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने इसे खारिज करते हुए बताया कि यह चिट्ठी बिना मेरे आदेश के निर्गत की गई थी। इसलिए इसे स्थगित कर दिया गया है। मामले में जांच की जा रही है। दो से तीन दिन के अंदर अगर कोई गड़बड़ी मिलेगी तो विधि सम्मत कारवाई की जाएगी। हालांकि इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। सूत्रों की माने तो सह और मात का खेल जारी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस जंग में जीत किसकी होती है।
जमुई से सुमित की रिपोर्ट