PATNA - बिहार विधानसभा के चार सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए की जीत ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी पर जीत हासिल की। इसमें एक तरारी विधानसभा की सीट भी शामिल हैं। जहां भाजपा के टिकट पहली बार राजनीति में उतरे विशाल प्रशांत को शानदार जीत मिली।
एक युवा चेहरा, जिन्हें राजनीति का ज्यादा अनुभव भी नहीं हैं, इसके बाद भी उन्हें हराने में तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर को कामयाबी नहीं मिली। दोनों की सभी रणनीति गलत साबित हो गई। जनता ने उन्हें दरकिनार करते हुए युवा चेहरे को मौका देने का निर्णय लिया। विशाल को 78,755 वोट मिले। जबकि उनकी निकटवर्ती प्रदिद्वंदी माले के राजू यादव को 68 हजार 143 वोट मिले। तीसरे नंबर पर जनसुराज पार्टी की किरण देवी रहीं, जिन्हें 5622 वोट मिले।
पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे हैं प्रशांत
विधायक बनने से विशाल प्रशांत की पहचान बस इतनी थी कि उनके पिता का नाम सुनील पांडेय है और वह खुद एक विधायक रह चुके हैं। सिर्फ इंटर तक पढ़ाई करनेवाले विशाल प्रशांत सामाजिक सेवा में अपनी रुचि बढ़ाई और जनता के बीच रहना शुरू किया। वहीं भाजपा द्वारा टिकट मिलने के बाद से ही विशाल प्रशांत तरारी विधानसभा क्षेत्र के गांव में जा जाकर लोगों से जनसंपर्क करना शुरू कर दिया था। जिसका परिणाम अब इस चुनाव में विशाल प्रशांत को मिला है।
जीत के बाद जनता से किया वादा
जीत के बाद भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत ने कहा कि ये अच्छी बात है कि तरारी में भाजपा का कमल खिला है। ये कमल हमेशा खिलता रहेगा। जैसा कि हमारे डिप्टी सीएम ने कहा है कि क्षेत्र की जनता के लिए खजाना खुलेगा, वो खजाना हमारे विधानसभा के हर वोटर के दरवाजे तक पहुंचेगा।