Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वे का नाम तेजी से चल रहा है। वहीं राजस्व विभाग ने रैयतदारों को सस्ते दर पर गांव का नक्शा दिलवाने के लिए सोनपुर मेले में स्टॉल लगाने का निर्णय लिया था। सरकार के इस फैसले का असर मेले में देखने को मिल रहा है। यहां गांव के नक्शा के लिए लोगों की लंबी लाइन लग रही है। दरअसल, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का सोनपुर मेला में लगा स्टॉल मेला घूमने आनेवालों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
सुबह से लग रही लंबी कतार
स्टॉल पर आनेवाले लोग अपने गांव का नक्शा सरकार द्वारा निर्धारित दर पर प्राप्त कर रहे हैं। स्टॉल पर जुट रही भारी भीड़ के बावजूद लोगों को अपना नक्शा प्राप्त करने के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। राजस्व नक्शों की बिक्री के लिए स्टॉल में 2 काउंटर बना हुआ है। सुबह से ही दोनों काउंटर पर लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। दोनों काउंटर पर सीएस0, आरएस0, चकबंदी एवं म्युनिसिपल सर्वे नक्शा उपलब्ध है। इनकी संख्या 136000.00 के करीब है।
150 रुपए में मिल रहा नक्शा
इन नक्शों को 150 रूपये प्रति शीट का भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है। भुगतान नकद किया जाता है। छोटे गांव का नक्शा एक शीट में जबकि बड़े गांव का नक्शा एक से अधिक शीट में मिलता है। मेला घूमने आनेवाला कोई भी रैयत 150 रूपये प्रति शीट के हिसाब से भुगतान करके अपने गांव का नक्शा हासिल कर सकता है। इससे पूर्व 10 रूपये की पर्ची पर अपना डिटेल्स यानि खाता, खेसरा, गांव का नाम, राजस्व थाना नंबर, अंचल और जिला का नाम भरना पड़ता है। इस पूरी प्रक्रिया में हरेक आवेदक को औसतन 10 मिनट का समय लग रहा है।
2842 लोगों द्वारा 7177 शीट्स के लिए दिया गया आवेदन
मेला के उद्घाटन के बाद से कल यानि मंगलवार तक 2842 लोगों द्वारा 7177 शीट्स के लिए आवेदन दिया है और इससे भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय को 1076550.00 रूपयों की आय हुई है। सोनपुर मेला स्टॉल के अलावा वसुधा केन्द्र और निदेशालय की वेबसाइट पर जाकर राजस्व नक्शों की डोर स्टेप डिलीवरी सेवा के जरिए नक्शों का घर बैठे मंगाया जा सकता है।