Bihar News: बिहार के मांझी थाना क्षेत्र में एक अनूठी घटना ने लोगों का ध्यान खींचा। सेना के जवान पप्पू कुमार उर्फ सोनू ने अपनी आठ साल पुरानी प्रेमिका प्रीति कुमारी उर्फ सुमित्रा से हाई-वोल्टेज ड्रामे और पंचायत के हस्तक्षेप के बाद शादी की। पप्पू अपनी प्रेमिका को छोड़कर दूसरी युवती से विवाह रचाने वाला था, लेकिन प्रेमिका के विरोध और पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला उलझ गया। अंततः दोनों ने रामघाट स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर में शादी कर ली। इस घटना के बाद बलिया से आई दुल्हन और उनके परिजन निराश होकर लौट गए।
घटना की पृष्ठभूमि
प्रेमिका प्रीति ने शादी की सूचना मिलने पर अपने परिजनों के साथ पप्पू कुमार के घर का रुख किया। उसने वहां अपने आठ साल पुराने प्रेम संबंध की सच्चाई बताई, लेकिन जवान के परिजनों ने इसे झूठा करार देते हुए प्रीति और उसके परिवार को घर से भगा दिया। प्रीति ने हार नहीं मानी और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए पप्पू को हिरासत में लेकर थाने लाया।
थाने में हुआ विवाद और पंचायत का दौर
मांझी थाना परिसर में थानाध्यक्ष अमित कुमार की मौजूदगी में विवादित मामले को सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई। समाजसेवी, स्थानीय नेता, और अन्य गणमान्य लोग पूरे दिन इस विवाद के समाधान के लिए प्रयासरत रहे। लेकिन सेना का जवान पप्पू शुरू में प्रीति से शादी करने के लिए तैयार नहीं था।
दूसरी दुल्हन भी पहुंची थाने
इस बीच, बलिया जिले से दूसरी दुल्हन और उनके परिजन भी थाने पहुंच गए। जब दोनों युवतियां आमने-सामने आईं, तो भावुक दृश्य देखने को मिला। दोनों ने पप्पू को अपना जीवन साथी बनाने के लिए रोते हुए तर्क दिए। बलिया से आए परिजनों ने जवान के खिलाफ केस दर्ज कराने की चेतावनी दी और निराश होकर वापस लौट गए।
शादी का अंत और समझौता
पंचायत और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद, पप्पू और प्रीति को शादी के लिए राजी कर लिया गया। रामघाट स्थित मंदिर में जल्दबाजी में शादी की रस्में पूरी की गईं। शादी के बाद दोनों ने अदालत में अपनी शादी का पंजीकरण कराने और साथ रहने का लिखित वादा किया।
घटना बनी चर्चा का विषय
यह घटना मांझी और आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गई। इस घटना ने प्रेम, सामाजिक प्रतिष्ठा, और पुलिस-पंचायत के संयोजन का एक अनूठा उदाहरण पेश किया।