Bihar news: अरेराज प्रखंड के 7 पंचायतों के 25 वार्डों में जल जीवन मिशन पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। चार महीने से अधिक समय से इन इलाकों के ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल रहा है। छठ और दीवाली जैसे त्योहारों में भी ग्रामीणों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि पाइप लाइनें लीक हो गई हैं, पंप खराब हैं और स्थानीय अधिकारी इस समस्या को हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। कई गांवों के मुखियाओं ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में पीएचईडी विभाग को कई बार सूचित किया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ममरखा भैया टोला पंचायत के मुखिया ने बताया, "हमारे गांव में दो महीने से पानी की आपूर्ति बंद है। हमने विभाग को कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंततः हमें अपने खर्च पर मरम्मत करानी पड़ी। चटिया बड़हरवा पंचायत के मुखिया चांदसी यादव ने कहा, "हमारी पंचायत के कई वार्डों में पानी की समस्या गंभीर है। विभाग के अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं। पीएचईडी विभाग के एक जेई ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि स्टाफ की कमी और बजट के अभाव के कारण मरम्मत में देरी हो रही है।
मोतिहारी में सीएम के महत्वाकांक्षी योजना नलजल का हाल बेहाल है।अरेराज प्रखंड में चार महीनों से मेंटेनेंस के अभाव में नलजल आपूर्ति ठप पड़ा हुआ है।छठ दीपावली के अवसर पर भी 7 पंचायत के 25 वार्डो के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नही मिला।पीएचईडी विभाग की लापरवाही से कही नलजल बंद रहा तो कही मेंटेनेंस के अभाव में पानी नही पहुंचने से शुद्ध पेयजल के लिए ग्रामीण तीन से चार माह से परेशान है ।
सरकार के महत्वाकांक्षी योजना नलजल पीएचईडी विभाग की लापरवाही से अरेराज प्रखंड के 7 पंचायतों के 25 वार्डो के लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गया है .नलजल योजना बंद रहने के कारण छठ ,दीपावली के मौके पर भी ग्रामीण शुद्ध पेयजल के लिए तरसते रह गए .कुछ पंचायत के मुखिया की माने तो चार से 5 माह से कई वार्डो में नलजल योजना बंद पड़ा है .तो कही पाइप फटा हुआ है तो कही स्टेप्लाइज़र खराब रहने के कारण नलजल योजना बंद है .वार्ड से लेकर मुखिया तक पीएचईडी विभाग को नलजल योजना बंद व खराब की सूचना देने के बाद भी कोई एक्शन नही लिया जाता .वही बीडीओ व बीपीआरओ की माने तो मुखिया व पंचायत प्रतिनिधियों की नलजल योजना की शिकायत का पत्र पीएचईडी विभाग की जेई को भेज दिया जाता है .पीएचईडी विभाग के जेई फोन उठाना भी वाजिब नही समझते है .वही कई पंचायत के मुखिया व वार्ड के द्वारा दीपावली व छठ पर्व को लेकर अपने निजी कोष से नलजल का रिपेयरिंग कराकर चालू कराया गया .ममरखा भैया टोला पंचायत के मुखिया ने बताया कि वार्ड 02,04,07 व 08 का नलजल दो माह से खराब था .दीपावली व छठ को ध्यान में रखते पीएचईडी विभाग द्वारा शिकायत पर ध्यान नही देने पर ग्रामीणों के सुबिधा को लेकर अपने निजी कोष से रिपेयरिंग करवाकर पंचायत के सभी वार्ड का नलजल चालू कराया .इधर चटिया बड़हरवा पंचायत मुखिया चांदसी यादव ने बताया कि पंचायत के वार्ड 01,02,03,04,12,11 व 10 में नलजल योजना बंद है .
नलजल सुचारू कराने के लिए कई बार पीएचईडी विभाग से सम्पर्क किया गया लेकिन कोई असर नही हुआ .बहादुरपुर पंचायत मुखिया ज्योति कुमारी ने बतायी की वार्ड 01,04 व 05 का नलजल चार माह से बंद है .वही 12,13 ,10 सहित कई वार्डो में स्टेप्लाइज़र खराब है तो कही पानी का पाइप फटा हुआ है .पीएचईडी विभाग से लेकर बीडीओ,बीपीआरओ को कई बार पत्र दिया गया लेकिन छठ के मौका पर भी रिपेयरिंग नही शुरुआत किया गया .छठ जिसे महापर्व के मौके पर भी नलजल योजना सुचारू नही होने से आमलोग नलजल के शुद्ध जल ले लिए परेशान रहे .पीपरा मुखिया ने बताया कि जब से पीएचईडी विभाग में नलजल योजना ट्रांफ़सर हुआ उसके बाद से रिपेयरिंग नही होने के कारण पंचायत के सभी वार्डो में तकनीकी गड़बड़ी से आमलोग परेशान है .वही इस संबंध में पीएचईडी विभाग जेई से संपर्क किया गया तो जेई मुकेश कुमार ने बताया कि 24 अक्टूबर को मेरा ट्रांसफर हो गया है .उसके बाद किसके प्रभार में है उनसे संपर्क किया जाय .
एक नजर में पंचायत के नलजल का हाल
मनगुरहा पंचायत-वार्ड 01,03,08,12,14
चटिया बड़हरवा पंचायत वार्ड 01,02,03,04,10,11,12
रढिया पंचायत वार्ड 07,14,15,16
बहादूपुर पंचायत -01,04,05 बंद 08,07 ,10,12,13 में तकनीकी खराबी
नवादा पंचायत वार्ड 01 चार माह से बंद
ममरखा पंचायत- 01 व 04 तीन चार से बंद अरेराज बीडीओ आदित्य कुमार दीक्षित ने बताया कि पंचायत जनपतिनिधि द्वारा नलजल की खराबी की लगातार शिकायत मिल रही है .शिकायत को लेकर पीएचईडी विभाग जेई को कई बार फोन किया गया लेकिन फोन नही उठाया गया .इधर डीएम के निर्देश पर भी सभी पंचायत के अलग अलग पदाधिकारी के द्वारा जांच कर जांच रिपोर्ट भेजी गई है .वही बीपीआरपो मितेश मोहन ने बताया कि डीएम के निर्देश पर ममरखा व ममरखा भैया टोला के नलजल का जांच किया गया था ।जिसमे सिर्फ ममरखा पंचायत के दो नलजल योजना बंद मिला था .वही पंचायत से नलजल की शिकायत मिलते ही पीएचईडी विभाग को भेज दिया जाता है .पीएचईडी विभाग अलग विभाग है .वही इसका कारण बता पायेगा
रिपोर्ट- हिमांशु कुमार