RJD Politics: राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की मौजूदा स्थिति पार्टी और राजनीतिक जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है। वर्तमान में वे पार्टी कार्यालय से दूरी बनाए हुए हैं और अपने घर से काम कर रहे हैं। जगदानंद सिंह वर्तमान में कार्यालय नहीं आ रहे हैं और "वर्क फ्रॉम होम" की प्रणाली अपना रहे हैं।राजद कार्यालय में लगे सीसीटीवी के माध्यम से वे गतिविधियों पर नजर रखते हैं।आवश्यकता पड़ने पर वे संबंधित सदस्यों से फोन पर बातचीत कर आवश्यक निर्देश देते हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, जगदानंद अस्वस्थ हैं और स्वास्थ्य में सुधार होने पर कार्यालय लौटेंगे।हालांकि, उनके त्यागपत्र देने की अफवाहों की न तो पुष्टि हुई है और न ही खंडन। अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, जगदानंद सिंह स्वयं पद पर बने रहना नहीं चाहते, और लालू प्रसाद यादव भी उन्हें इस पद पर रखना नहीं चाहते हैं। वहीं अगले वर्ष सितंबर में उनका दूसरा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।
तीसरी बार अध्यक्ष बनने की संभावना
राजद के संविधान में प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है, जिससे जगदानंद तीसरी बार भी अध्यक्ष बन सकते हैं।पहली बार वे 2019 में और दूसरी बार 2022 में अध्यक्ष बने थे।हालांकि, चुनावी वर्ष में पार्टी किसी ऐसे नेता को यह पद देने पर विचार कर सकती है, जिससे सामाजिक और राजनीतिक लाभ हो।
आगामी नेतृत्व पर विचार
पार्टी नेतृत्व तेजस्वी यादव की पसंद के आधार पर तय हो सकता है।राजद का नया नेतृत्व अल्पसंख्यक या गैर-यादव पिछड़े वर्ग से चुने जाने की संभावना है।जगदानंद सिंह, जो लालू परिवार के प्रति अपनी निष्ठा के लिए जाने जाते हैं, आधुनिक राजद में पहले जैसी सक्रिय भूमिका में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। पार्टी अगले चुनाव को ध्यान में रखते हुए एक नया नेतृत्व देने की योजना बना सकती है। इस निर्णय का असर पार्टी की भविष्य की राजनीति पर महत्वपूर्ण रूप से पड़ेगा।